गीत/नवगीत

देश के वकार और आन बान के लिये

देश के वकार और आन बान के लिये
सब करें प्रयास भारती की शान के लिये

द्वेष और लोभ की बुराईयों को मारकर
धर्म जाति और समप्रदाय को बिसारकर
साथ साथ हम चले वतन महान के लिये…
सब करें प्रयास भारती की शान के लिये…

श्रेष्ठ कौन ज्येष्ठ कौन का विवाद छोड़िये
रूढ़ियाँ तमाम छोड़िये विषाद छोड़िये
नव श्रृजन करें चलो नवल जहान के लिये…
सब करें प्रयास भारती की शान के लिये…

सरहदों पे देश की खड़े हुए हैं जो जवां
दुश्मनों के सामने अड़े हुए हैं जो जवां
आइये करें दुआ हरिक जवान के लिये…
सब करें प्रयास भारती की शान के लिये…

बस यही हो कामना उड़ान पर रहे सदा
देश का निशान आसमान पर रहे सदा
साँस साँस हो फ़िदा अमर निशान के लिये…
सब करें प्रयास भारती की शान के लिये…

सतीश बंसल
१६.०३.२०१८

*सतीश बंसल

पिता का नाम : श्री श्री निवास बंसल जन्म स्थान : ग्राम- घिटौरा, जिला - बागपत (उत्तर प्रदेश) वर्तमान निवास : पंडितवाडी, देहरादून फोन : 09368463261 जन्म तिथि : 02-09-1968 : B.A 1990 CCS University Meerut (UP) लेखन : हिन्दी कविता एवं गीत प्रकाशित पुस्तकें : " गुनगुनांने लगीं खामोशियां" "चलो गुनगुनाएँ" , "कवि नही हूँ मैं", "संस्कार के दीप" एवं "रोशनी के लिए" विषय : सभी सामाजिक, राजनैतिक, सामयिक, बेटी बचाव, गौ हत्या, प्रकृति, पारिवारिक रिश्ते , आध्यात्मिक, देश भक्ति, वीर रस एवं प्रेम गीत.