राजनीति

हिंदुत्च और विकास के एजेंडे के साथ आगे बढ़ रही योगी सरकार

2017 के विधानसभा चुनावों में अत्यंत ऐतिहासिक विजय हासिल करने के बाद भारतीय जनतापार्टी की सरकार अब एक साल पूरे करने जा रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में गठित 325 विधायकों वाली सरकार अपने संकल्प पत्र के अनुसार ही लगातार आगे बढ़ रही है। प्रदेश की भाजपा सरकार अपने एक साल पूरा होने पर जश्न मनाने की काफी जोरदार तैयारियां कर रही थी कि फूलपुर और गोरखपुर के लोकसभा उपचुनाव के परिणामों से जश्न के रंग में भंग जरूर पड़ गया है। लेकिन इन पराजयों से सबक व संकेत लेते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एक बार फिर अपनी टीम के साथ कामकाज में जुट गये हैं। भाजपा की यह पराजय समय रहते हो गयी है, जिसके कारण अब बीजेपी को संभलने का बड़ा अवसर मिल गया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार को विरासत में बिगड़ी हुई कानून वयवस्था और बेहद जर्जर आर्थिक हालात व घोटाले दर घोटालों की फाइलें ही मिली हैं। जिन पर से धीरे-धीरे ही सही पर्दा उठाया जा रहा है। यह बात तो तय है कि योगी आदित्यनाथ प्रदेश के इतिहास में अब तक के सबसे अधिक ईमानदार व कर्तव्यनिष्ठ मुख्यमंत्री मिले हैं तथा पूरी शिद्दत के साथ भ्रष्टाचार, अपराध व अपराधियों तथा उनके संरक्षरणदाताओं से जमकर लोहा ले रहे हैं। विगत सरकारों की तुष्टीकरण की राजनीति के कारण प्रदेश भ्रष्टाचार के भयंकर गर्त में डूबा था जिससे वह अब निकल रहा ह्रै। अपने महापाप व राजनैतिक अस्तित्व को बचाने के लिये अब इन दलों ने महागठबंधन का रास्ता अपना लिया है जिसका असर दिखायी भी पड़ गया है तथा समय रहते अब भाजपा व संघ सतर्क हो गये हैं तथा नई चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार हो रहे हैं। प्रदेश सरकार काफी परेशानियों व चुनौतियों के बीच एक साल पूरा करने जा रही है।
जब से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश की कमान संभाली है तभी से हिंदुत्व के एजेंडे के साथ विकास की धारा को बहाने का सफल प्रयास किया जा रहा है। केवल गोरखपुर और फूलपुर की उपचुनाव पराजय से ही यह नहीं मान लेना चाहिए कि भाजपा का हिंदुत्व बनाम विकास का एजेंडा धराशायी हो गया है। यह बात अलग है कि हिंदुत्व के विकास को रोकने के लिए एक नई चुनौती विरोधी दलों की ओर से पेश की गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार ने प्रदेश के विकास को गति देने व प्रदेश को अपराध मुक्त बनाने के लिये कई बड़े व ऐतिहासिक कदम उठाये हैं। सरकार बनने के बाद से ही अवैध बूचड़खानों पर लगाम तथा एंटी रोमियो स्कवायड का गठन किया गया है। गौवंश की सुरक्षा तथा गौवध को रोकने के लिए कड़े कदम उठाये गये तथा बीच में यह काम कुछ धीमे पड़ गये थे लेकिन अब यह एक बार फिर जोर पकड़ सकते हैं। प्रदेश सरकार गाय, किसान, युवाओं, व्यापारियों सहित समाज के सभी कमजोर वर्ग के लोगों, महिलाओं के विकास के लिए कारगर कदम उठा रही है। प्रदेश को भ्रष्टाचार व अपराधियों से मुक्त करने के लिए कड़े कदम उठा रही है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सत्ता संभालने के बाद ‘अपराधी अपराध छोडं़े या प्रदेश’ जैसा बयान देकर पुलिसकर्मियों का हौसला बढ़ाया। अब प्रदेशभर के पुलिसकर्मी अपराधियों से डटकर लोहा ले रहे हैं, जिसका असर साफ दिखाई पड़ रहा है। पुलिस के रिकार्ड के अनुसार 20 मार्च 2017 से पांच मार्च 2018 के बीच हुई मुठभेड़ों में 44 बदमाशों को मार गिराया है। 1322 पुलिस मुठभेड़ में 3124 बदमाश गिरफ्तार किये गये, जबकि 327 अपराधी पुलिस की गोली लगने से घायल हुए हैं। इन मुठभेड़ों में 283 पुलिसकर्मी बदमाशों की गोली लगने से घायल हुए हैं। पुलिस मुठभेड़ों में पकड़े गये कुल बदमाशों में 1990 पुरस्कार घोषित अपराधी हैं। पुलिस ने 188 अपराधियों के खिलाफ रासुका के तहत कार्रवाई की है। आज प्रदेश में पुलिसबलों का मनोबल एक बार फिर ऊंचा हुआ है। हालांकि कई स्थानों से पुलिसकर्मियों के आम जनता व छोटे व्यापारियों के साथ गलत व्यवहार की घटनायें प्रकाश में आयीं, जिन पर त्वरित कार्यवाही भी की गयी है। प्रदेश सरकार व नये डीजीपी ओमवीर सिंह लगातार पुलिस विभाग को साफ सुथरा बनाने का काम कर रहे है, ताकि जनता के मन पुलिसकर्मियों के मन में एक बार फिर सम्मान का भाव जाग्रत हो सके।
नये डीजीपी ने पुलिस विभाग व थानों में कुछ नयी योजनओं का श्रीगणेश किया है। प्रदेश के हर थाने में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर्व मनाने का आदेश दिया गया था जो कि पूरे प्रदेश के थानों में मनाया गया। प्रदेश के हर थाने में सप्ताह में एक अच्छा काम करने वाले महिला व पुरूष पुलिसकर्मी का चयन भी किया जायेगा। प्रदेश सरकार संगठित अपराध व अपराधियों पर अंकुश लगाने के लिए उप्र संगठित अपराध नियंत्रण कानून (यूपीकोका) लाने का प्रयास कर रही है। लेकिन प्रदेश के राजनैतिक दल इस कानून का इसलिए विरोध कर रहे हैं कि इसके पारित हो जाने के बाद इसका दुरूपयोग किया जायेगा। एक साल के अंदर साढे़ सात हजार मुख्य आरक्षी पदोन्नत होकर दारोगा बनने जा रहे हैं। पीएसी को नये सिरे से मजबूत किया जा रहा है तथा पुलिस में नई बंपर भर्तियां हो रही है तथा होने जा रही हैं। प्रदेश पुलिस में ये भर्तियां समानता के आधार पर होने जा रही हैं।
प्रदेश सरकार समानता के आधार पर चल रही है यह बात भी पूरी तरह से सही है। योगी सरकार बनने के बाद प्रदेश में कोई दंगा नहीं हुआ। कासगंज दंगा नहीं अपितु प्रदेश का वातावरण बिगाड़ने की एक बड़ी साजिश रची गयी थी, जिस पर प्रशासन ने बड़ी ही खूबसूरती के साथ नियंत्रण किया। प्रदेश में भाजपा सरकार बनने के बाद पहली बार सभी पर्व शांतिपूर्वक संपन्न हो रहे हैं। पहली बार होली के पर्व पर प्रदेश के मुस्लिम समाज ने जुमे की नमाज का समय बदल दिया और सामाजिक समरसता का परम उदाहरण पेश किया। यह प्रदेश सरकार की भी बड़ी सफलता रही।
पहली बार केंद्र व प्रदेश सरकार के बीच विकास योजनाओं के तालमेल तथा सामंजस्य स्थापित हुआ है। केंद्र सरकार के सहयोग से प्रदेश के विकास का एक नया युग शुरू हो चुका है। यह बात सही है कि इतने बिगड़े हुए माहौल को पटरी पर लाने में कुछ समय तो लगेगा ही। प्रदेश में सड़क, बिजली के विकास के लिए बड़ी योजनायें सामने आ रही हैैं। सरकार का दावा है कि अगले साल अप्रैल तक पूर्वांचल एक्सप्रेस वे का निर्माण कार्य पूरा हो जायेगा तथा पीएम नरेंद्र मोदी इसका शिलान्यास करेंगे। बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे का सर्वे चल रहा है। मिर्जापुर सोलर पावर प्लांट का काम शुरू हो चुका है।
प्रदेश सरकार किसानोें को एक से बढ़कर एक तोहफा दे रही है तथा सरकार 2022 तक केंद्र सरकार के साथ मिलकर प्रदेश के किसानों की आय को बढ़ाने के लिए कृतसंकल्पित है। कैबिनेट की पहली बैठक में ही प्रदेश के सभी लघु सीमांत किसानों के एक लाख तक के कर्जे माफ करने के साथ ही बजट में अपने संसाधनों से 36 हजार करोड़ रुपये की व्यवस्था की गयी। अब तक 36 लाख से अधिक किसानों के 22 हजार करोड़ रुपये से अधिक के कर्ज माफ किये जा चुके है। आलू किसानों की समस्या के समाधान के लिए भी सरकार कदम उठा रही है। प्रदेश के किसानों के लिए नये बाजार व अवसरों की तलाश की जा रही है। प्रदेश का आलू दूसरे प्रदेशों में जाये इसकी व्यवस्था सरकार करने जा रही है। सरकार किसानों की हर समस्या को समाप्त करने के लिए लगातार काम कर रही है। किसानों के लिए नित्य फैसले लिये जा रहे हैं।
प्रदेश सरकार हर क्षेत्र में भ्रष्टाचार को दूर करने तथा विकास को गति देने के लिए काम कर रही है। प्रदेश के सभी धार्मिक स्थलों का पर्यटन की दृष्टि से विकास किया जायेगा। यही कारण है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री ने अयोध्या में दीपावली मनायी, तो मथुरा के बरसाना में होली भी खेली। धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए नैमिष में चिंतन शिविर का आयोजन किया गया। नैमिष जैसे शिविरों का आयोजन लगभग 100 स्थलोें में करने की योजना बनी है। पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए छोटे विमानों की उड़ान सेवा को विकसित करने की योजना है। सभी तीर्थस्थलों को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने का महाअभियान चलाया जायेगा जिसकी शुरूआत अयोध्या, मथुरा से हो चुकी है। अभी इन तीर्थस्थलों की ओर पुरानी सरकारों ने ध्यान ही नहीं दिया था। पर्यटन के माध्यम से रोजगार के नये रास्ते खोलने पर भी विचार किया गया है। प्रदेश भर में रामायण मेलों का आयोजन करने की योजना है। सभी धार्मिक केंद्रों पर वाराणसी की गंगा आरती की तर्ज पर नदियों पर आरती कराने की योजना है। जिसकी शुरूआत अयोध्या की सरयू आरती से हो चुकी है। परिवहन को सुगम बनाने के लिए दूसरे राज्यों से समझौते किये जा रहे हैं।
प्रदेश के शिक्षा जगत में आमूलचूल बदलाव लाने के लिए अहम कदम उठाये जा रहे है। प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था को माफिया मुक्त दलालों से मुक्त बनाने का अभियान शुरू हो रहा है। यूपी में बीजेपी सरकार बनने के बाद आयोजित हाईस्कूल व इंटर की परीक्षाओं में नकल माफिया के खिलाफ हल्ला बोल दिया गया। योगी आदित्यनाथ की सरकार में नकल विहीन परीक्षा सुनिश्चित कराने के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाये गये। नकल मा िफयाओं पर शिकंजा कसने के लिए एसटीएफ को सक्रिय किया गया। नकल माफिया गिरफ्तार किये गये। सरकार के नकल पर नकेल कसते ही ऐसे 15.73 प्रतिशत से अधिक परीक्षार्थी भाग खड़े हुए। अब जिन छात्रों ने परीक्षा छोड़ी है उनकी गहन जांच भी शुरू हो गयी है। उपमुख्यमंत्री डा. दिनेश शर्मा का कहना है कि हमने एक ही झटके में 10 हजार करोड़ का नकल व्यवसाय ध्वस्त कर दिया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का कहना है कि प्रदेश में पठन-पाठन का वातावरण बनाया जायेगा।
उप्र सरकार ने पहली बार अपा जन्म दिवस ध्ूामधाम से मनाया तथा एक जिला-एक उत्पाद की एक महती योजना लांच की। सरकार का लक्ष्य है कि हर जिले के कम से कम एक उत्पाद को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर स्थापित किया जाये तथा उसके माध्यम से कम से कम 20 लाख स्वरोजगार का सृजन किया जाये। प्रदेश का युवा सशक्त हो तथा उसके पास यदि स्वरोजगार के साधन होंगे, तब वह पलायन भी नहीं करेगा। यह योजना काफी लोकप्रिय भी हुई है।
योगी सरकार बनने के बाद प्रदेश सरकार निवेशकों को आकर्षित करने के लिए काम कर रही है तथा निवेशकों बढ़ावा देने के लिए कृतसंकल्पित है। यही कारण है कि राजधानी लखनऊ मेें विगत 21 व 22 फरवरी को आयोजित इन्वेस्टर्स समिट के सकारात्मक परिणाम दिखायी पड़ने लगे हैं। उक्त समिट में पहले पलायन करने वाली कंपनियां एक बार फिर प्रदेश में अपना निवेश करने के लिए तैयार हो रही हैं। विगत सरकारों में सरकारी तंत्र की उपेक्षा, खस्ता हाल इंफ्रास्ट्रक्चर, सुविधाओं के अभाव व अपराध के चलते कंपनियां व उद्योग पलायन कर गये थे। लेकिन अब निवेशकों के मन में एक नया उत्साह जागा है। समिट में लगभग 4.28 लाख करोड़ का महानिवेश हुआ जो एक रिकार्ड बना।
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार अब अपनी सारी योजनाओं को गरीबोन्मुखी बनाकर लगातार विकास की ओर बढ़ रही है। भ्रष्टाचार का खात्मा करने के लिए ई-टेडरिंग प्रक्रिया को बढ़ावा दिया जा रहा है तथा सचिवालय का प्रशासन भी आनलाइन किया जा रहा है। भ्रष्टाचार के खिलाफ कई छोटे-बड़े कदम उठाये जा रहे हैं, जिससे विकास का रास्ता साफ हो रहा है। प्रदेश की सरकार ‘सबका साथ सबका विकास’ का लक्ष्य लेकर आगे बढ़ रही है तथा यह पूरी सरकार जातिवाद व परिवारवाद से ऊपर उठकर समानता पर काम कर ही है। सरकार में किसी भी अपराधी व भ्रष्टाचारी को किसी भी प्रकार का संरक्षण न दिया गया है और न ही दिया जायेगा।

मृत्युंजय दीक्षित