बाल कविता

बाल कविता : प्यारे – प्यारे बच्चे आएँ

प्यारे – प्यारे बच्चे आएँ
नाना के घर खुशियाँ लाये!

मीठे- मीठे बोल सुनाकर
सबके दिल पर राज कराते!

नानी के फुलवारी जाकर
मीठे- मीठे फल को खाते!

कभी सरारत कभी खेल में
आपस मे वे सब रूठ जाते!

नाना – नानी समझाते हैं
बच्चों को ये सिखलाते हैं!

मीठे-मीठे ज्ञान की बातें
बच्चों में वो भर देतें हैं!
बिजया लक्ष्मी

बिजया लक्ष्मी

बिजया लक्ष्मी (स्नातकोत्तर छात्रा) पता -चेनारी रोहतास सासाराम बिहार।