कविता

कविता – झुलसाती गर्मी

लू अंधड़ धूल के गुबार।

ये गरमी की है पहचान।।

टपकता है खूब पसीना।

बार बार ही  पानी पीना।।

ठंडी चीजों को ले आना।

स्वाद से चखकर खाना।।

कैरी प्याज साथ रखना।

इनसे नाता नहीं तोड़ना ।।

आइसक्रीम रोज खाना ।

चुन्नू , मुन्नू का चिल्लाना ।।

गन्ना रस का  सेवन करना।

जीवन को रसमय बनाना।।

कवि राजेश पुरोहित

भवानीमंडी

 

राजेश पुरोहित

पिता का नाम - शिवनारायण शर्मा माता का नाम - चंद्रकला शर्मा जीवन संगिनी - अनिता शर्मा जन्म तिथि - 5 सितम्बर 1970 शिक्षा - एम ए हिंदी सम्प्रति अध्यापक रा उ मा वि सुलिया प्रकाशित कृतियां 1. आशीर्वाद 2. अभिलाषा 3. काव्यधारा सम्पादित काव्य संकलन राष्ट्रीय स्तर की पत्र पत्रिकाओं में सतत लेखन प्रकाशन सम्मान - 4 दर्ज़न से अधिक साहित्यिक सामाजिक संस्थाओं द्वारा सम्मानित अन्य रुचि - शाकाहार जीवदया नशामुक्ति हेतु प्रचार प्रसार पर्यावरण के क्षेत्र में कार्य किया संपर्क:- 98 पुरोहित कुटी श्रीराम कॉलोनी भवानीमंडी जिला झालावाड़ राजस्थान पिन 326502 मोबाइल 7073318074 Email 123rkpurohit@gmail.com