हास्य व्यंग्य

मिज़ाज़ पुर्सी

वाजपेयी जी ऐमज़ में क्या भर्ती हुए कि सभी राजनेता उनकी मिज़ाज़ पुर्सी के लिए ऐमज़ की ओर कूच कर गए. सबसे बूढी पार्टी के युवाध्यक्ष सबसे पहले पहुँच गए. जाते ही वाजपेयी जी से पूछा ! अटल जी ! कैसे हो ! पास कड़ी एक नर्स ने आगाह किया- बात करना मना है.
राज कुमार तुनक गए ! अरे! कैसे डाक्टर हैं ! मरीज़ को बोलने ही नहीं देते. न पहले और न अब के पीएम , मेरी बातों का कोई जवाब ही नहीं देता ! तभी तो हम मॉम का इलाज़ इन इंडियन डाक्टरज़ से नहीं करवाते !
तभी एक उम्रदराज़ अटेंडेंट ने बताया- मियां ! मॉम जब अपनी बीमारी किसी इंडियन डाक्टर को बताना ही नहीं चाहती तो इलाज़, लाइलाज ही हुआ न ? अब विदेशी डाक्टर किस बिमारी का इलाज़ करते हैं , इसकी खोज तो इंडियन मिडिया के वॉच डॉग भी नहीं कर पाए..
कल को वाजपेयी जी की सेहत बारे ऐमज़ द्वारा हेल्थ बुलेटिन ज़ारी होगा, मगर आज तक न तो नेहरू जी का मेडिकल बुलेटिन जारी हुआ और न ही कांग्रेस की महारानी का। बिमारी एक सी ही लगती है !
एल आर गाँधी

व्यंग -उतिष्ठकौन्तेय

एल आर गाँधी

स्वतन्त्र पत्रकारिता. सामाजिक, आर्थिक, सांस्कृतिक, ऐतिहासिक व जनमानस को जागृत करने के लिए "उत्तिष्ठ कौन्तेय" नामक ब्लाग लिखता हूं. पत्रकारिता. स्नातकोतर हिंदी gandhilr.blogspot.com