नींद
नींद उचट गई है , बारिश की बूंदे भीनी भीनी आसमान से छिटक रही है सवाल था बूंदों से मेरी
Read Moreलगता मेघों ने किया, गठबंधन मजबूत। इंद्रदेव का आज तो, बना दिवाकर दूत। बना दिवाकर दूत, समय पर हर
Read Moreमहबूबा को दे दिए, भइया अमित तलाक छाती पीट सिसक रहा, नीच निकम्मा पाक नीच निकम्मा पाक, शॉक पंजे को
Read Moreधुंध हो गया सारा जीवन,कुछ भी नज़र नहीं आता ! आशाएं अब रोज़ सिसकतीं,कुछ भी नज़र नहीं आता !! बाहर
Read More(बंकिम चंद्र चटर्जी के जन्मदिवस 27/6/1838 पर विशेष रूप से प्रकाशित) आज बंकिम चंद्र चटर्जी का जन्मदिवस है। आप प्रसिद्द
Read Moreमैं जिस शहर में रहता हूं इसकी एक बड़ी खासियत यह है कि यहां बंगलों का ही अलग मोहल्ला है।
Read More“अच्छा बड़ी खुशी की बात है, कब ज्वाइन किया आपने? वाह! अब तो पार्टी बनती है। नहीं …नही मुझे अभी
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