कविता

हां! मैं नया हिंदू पाकिस्तान बनने को तैयार हूं।।

कभी दिग्विजय तो कभी मणि अय्यार हूं,
कभी नबी आजाद तो कभी थूक थू थूरार हूं।
हिंदू पाकिस्तान बनेगा भारत सुनकर हैरान हूं।
तुम जैसे हिन्दू दल्लों से सचमुच शर्मशार हूं।

सब धर्मों का आदर करना संस्कार में हैं मेरे,
दुश्मन को भी दोस्त बना लूं व्यहार में है मेरे।
उठो हिंदुओं करो मुकाबला फरियाद हैं मेरा,
इन गद्दारों का फन कुचलना अधिकार है मेरा।

देश के दुश्मनों से तुमने कैसा सांठ-गांठ किया,
हिंदू कोई शब्द नहीं कहकर बड़ा सा पाप किया।
कुर्सी की खातिर तुमने भाई भाई को बांट दिया।
एक हिंदू धर्म को तुमने जाति वर्ग में बांट दिया।

जगों हिंदुओं मिट जायेगा अमिट हिंदुत्व की थाती,
निकल आये है कुछ हिंदू विरोधी मेंढ़क बरसाती।
आईना हैं देख लो दिग्विजय या शशि थरूर को,
जाग भी जाओ हिंदू शेरों तोड़ो इनके गुरुर को।

कह रहे कुछ बुद्धिजीवी आज संविधान ख़तरे में है,
कहे बिगड़ैल बहु जैसे क्यूं सास ससुर मेरे बखरे में है।
उठो हिंदुओं मैं परशुराम तुम्हारी आखिरी ललकार हूं।
हा! मैं नया हिंदू पाकिस्तान बनने को तैयार हूं।।

संजय सिंह राजपूत
8125313307

संजय सिंह राजपूत

ग्राम : दादर, थाना : सिकंदरपुर जिला : बलिया, उत्तर प्रदेश संपर्क: 8125313307, 8919231773 Email- sanjubagi5@gmail.com