गीतिका/ग़ज़ल

गलियों चौबारों की बातें करूंगा

मै गलियों चौबारों की बातें करूंगा।
मै छोटे बाज़ारों की बाते करूंगा।

दुल्हन की नजाकत पे तू शेर कहना,
मै भूखे कहारों की बातें करूंगा।

दरवाजों की तख्ती बताती है ओहदे,
मै सुनती दीवारों की बातें करूंगा।

धरती से जब भी रूठेगी बदली,
मै मेघों मल्हारों की बातें करूंगा।

चमन जा रहा है दिनों दिन उजड़ता,
मै फिर भी बहारों की बातें करूंगा।

अकेले पड़ो जब मेरे पास आना,
मै तुमसे हज़ारों की बातें करूंगा।

ये मुझ तक रहेगा जो तूने किया है,
मै यारी और यारों की बातें करूंगा।

*डॉ. मीनाक्षी शर्मा

सहायक अध्यापिका जन्म तिथि- 11/07/1975 साहिबाबाद ग़ाज़ियाबाद फोन नं -9716006178 विधा- कविता,गीत, ग़ज़लें, बाल कथा, लघुकथा