लेखसामाजिक

बबूल के फूल

जहां एक ओर अपना भारत नई विकास की गााथा गानें के लिये आतुर दिख रहा है वहीं अगर इसके दूसरे पहलू पर नजर डाली जाये तो अभी से ही बहुत सारी पूरानी परंपराओं को लोग भूल गये हैं, और नई दहलीज पर कदम रखने के लिये भागम भाग मचाएं हुये हैं रास्तों की परवाह किये बिना ही यहां सबको अपनी मंजिल चाहिए रास्ते कहीं से भी गुजरते हो! इस इंसानों की दुनियां में अगर देखा जाये तो वर्तमान समय में इंसानियत का हहन बड़े पैमानें हो रहा है! परन्तु कोई कुछ कर भी तो नही सकता है क्योंकि सभी लोग तो एक जैसे ही है, अब सबका स्वाभाव अलग- अलग है तो कोई क्या करे, बस केवल दुःख है तो इस बात का कि झुण्ड में रखने वाले प्राणी अपने ही झुण्डों सें अलग होनें का प्रयास कर रहें है।

हरितक्रान्ति लानेें के बाद भारत की महान विभूतियों ने एक सवप्न देखा था कि अब धरती के कोने पर हरियाली नजर आयेगी पेंड, पौधे, बाग- बगीचों, फूलों से अलंकृत इस बसुधा की गाथा ही कुछ अलग होगी, समभाव रखने वाले प्राणी धरती के वक्ष में सुन्दर पौधे, और मनमोहक पुष्पों के बीज डाल कर इस विरासत को सौंप गये, उन्हे क्या पता था कि हमारे इन पौधो को आने वाले समय मंे कलम कर दिया जायेगा! और अपने देश के मानसून को बदलने का प्रयास किया जायेगा। आपसी वैमनस्ता के कारण मानव नें प्राकृति को भी ठेस पहुंचाना शुरू कर दिया, जिसका परिणाम हमें अभी से ही देखने को मिलना शुरू हो गया है, जिनको हम अभी तक गुल, गुलाब गेंदा चमेंली, समझ रहे थे वास्तव में वह बबूल के फूल हैं जो खुद पर फलने फूलने का गुमान तो कर सकतें है किन्तु अपनी खुशबू से किसी का मन प्रसन्न नही कर सकते हैं, और न ही किसी दर की जीनत बन सकते है। क्योंकि अब यहां पर हर तरफ फूल ही फूल हैं परन्तु आफसोस इस बात का है कि ये फूल बबूल के फूल है।

राज कुमार तिवारी (राज)

राज कुमार तिवारी 'राज'

हिंदी से स्नातक एवं शिक्षा शास्त्र से परास्नातक , कविता एवं लेख लिखने का शौख, लखनऊ से प्रकाशित समाचार पत्र से लेकर कई पत्रिकाओं में स्थान प्राप्त कर तथा दूरदर्शन केंद्र लखनऊ से प्रकाशित पुस्तक दृष्टि सृष्टि में स्थान प्राप्त किया और अमर उजाला काव्य में भी सैकड़ों रचनाये पब्लिश की गयीं वर्तामन समय में जय विजय मासिक पत्रिका में सक्रियता के साथ साथ पंचायतीराज विभाग में कंप्यूटर आपरेटर के पदीय दायित्वों का निर्वहन किया जा रहा है निवास जनपद बाराबंकी उत्तर प्रदेश पिन २२५४१३ संपर्क सूत्र - 9984172782