बाल कविता

सैनिक

सीमा पर प्रहरी बनकर।
भारत माँ की रक्षा करते।।
शीत ताप वर्षा भी सहते।
मातृभूमि का मान बढ़ाते।।
वर्दी में तैनात सदा रहकर।
माँ भारती की लाज बचाते।।
तिरंगा मन में ये बसाकर।
सीना ताने आगे बढ़ जाते।।
दुश्मन के खट्टे दाँत करते।
पीठ कभी न ये दिखाते।।
कदम बढ़ाते डटकर ये।
हरगिज़ कभी  न घबराते।।
वतन के सच्चे सपूत है ये।
देश की ये ही  शान बढ़ाते।।
उच्च विचारों से भारत की।
महिमा का ये गान करते।।
वन्दे मातरम के नारों से।
वतन को सदा ही ये गुंजाते।।
कवि राजेश पुरोहित

राजेश पुरोहित

पिता का नाम - शिवनारायण शर्मा माता का नाम - चंद्रकला शर्मा जीवन संगिनी - अनिता शर्मा जन्म तिथि - 5 सितम्बर 1970 शिक्षा - एम ए हिंदी सम्प्रति अध्यापक रा उ मा वि सुलिया प्रकाशित कृतियां 1. आशीर्वाद 2. अभिलाषा 3. काव्यधारा सम्पादित काव्य संकलन राष्ट्रीय स्तर की पत्र पत्रिकाओं में सतत लेखन प्रकाशन सम्मान - 4 दर्ज़न से अधिक साहित्यिक सामाजिक संस्थाओं द्वारा सम्मानित अन्य रुचि - शाकाहार जीवदया नशामुक्ति हेतु प्रचार प्रसार पर्यावरण के क्षेत्र में कार्य किया संपर्क:- 98 पुरोहित कुटी श्रीराम कॉलोनी भवानीमंडी जिला झालावाड़ राजस्थान पिन 326502 मोबाइल 7073318074 Email 123rkpurohit@gmail.com