गीतिका/ग़ज़ल

दरबारियों की टीम का हिस्सा नही हुआ…

दरबारियों की टीम का हिस्सा नही हुआ
मेरा तभी जहान में चर्चा नही हुआ

यूँ तो मेरा रुका ही नही काम आज तक
अफसोस मेरी चाह के जैसा नही हुआ

हर वक्त तेरी याद मेरे साथ साथ थी
ऐ यार मैं इसीलिए तन्हा नही हुआ

कोई छुपा गया तो किसी ने किया बयां
है कौन जिसके साथ में धोख़ा नही हुआ

वादा तो हर किसी ने किया हर चुनाव में
वादा मगर सियासी था पूरा नही हुआ

हर बात कह सके न कभी दोस्तो से हम
वरना हमारे साथ सितम क्या नही हुआ

मेरी शिकस्त मान रहे लोग जान लें
सच को हरा सके जो वो पैदा नही हुआ

सतीश बंसल
२६.०७.२०१८

*सतीश बंसल

पिता का नाम : श्री श्री निवास बंसल जन्म स्थान : ग्राम- घिटौरा, जिला - बागपत (उत्तर प्रदेश) वर्तमान निवास : पंडितवाडी, देहरादून फोन : 09368463261 जन्म तिथि : 02-09-1968 : B.A 1990 CCS University Meerut (UP) लेखन : हिन्दी कविता एवं गीत प्रकाशित पुस्तकें : " गुनगुनांने लगीं खामोशियां" "चलो गुनगुनाएँ" , "कवि नही हूँ मैं", "संस्कार के दीप" एवं "रोशनी के लिए" विषय : सभी सामाजिक, राजनैतिक, सामयिक, बेटी बचाव, गौ हत्या, प्रकृति, पारिवारिक रिश्ते , आध्यात्मिक, देश भक्ति, वीर रस एवं प्रेम गीत.