कविता

कमर तोड़ मँहगाई

पेट्रोल डीजल कितने हुए महँगे।
ये तो कमर तोड़ महंगाई है भाई।।
सब्जी मंडी में है महंगी सब्जियाँ।
थाली से दाल भी गायब है भाई।।
कतारों में लगी आम जनता देखो।
मँहगाई से त्रस्त गरीब यहाँ भाई।।
किराने के सामान में बढ़ी महँगाई।
जी एस टी का राग सुनाते भाई।।
सारे नेता झूंठे वादे कर कुर्सी पाते।
कुर्सी मिलते ही  भूल जाते भाई।।
लोकतंत्र का मतलब यही है क्या।
वोट देकर मँहगाई सहते रहो भाई।।
भारत की जनता सब देख रही है।
मँहगाई में भी पेट पाल रही भाई।।
कवि राजेश पुरोहित

राजेश पुरोहित

पिता का नाम - शिवनारायण शर्मा माता का नाम - चंद्रकला शर्मा जीवन संगिनी - अनिता शर्मा जन्म तिथि - 5 सितम्बर 1970 शिक्षा - एम ए हिंदी सम्प्रति अध्यापक रा उ मा वि सुलिया प्रकाशित कृतियां 1. आशीर्वाद 2. अभिलाषा 3. काव्यधारा सम्पादित काव्य संकलन राष्ट्रीय स्तर की पत्र पत्रिकाओं में सतत लेखन प्रकाशन सम्मान - 4 दर्ज़न से अधिक साहित्यिक सामाजिक संस्थाओं द्वारा सम्मानित अन्य रुचि - शाकाहार जीवदया नशामुक्ति हेतु प्रचार प्रसार पर्यावरण के क्षेत्र में कार्य किया संपर्क:- 98 पुरोहित कुटी श्रीराम कॉलोनी भवानीमंडी जिला झालावाड़ राजस्थान पिन 326502 मोबाइल 7073318074 Email 123rkpurohit@gmail.com