कविता

सफ़र

इस जमाने में बहुत लोग मिलेंगे                     कुछ सहारा देंगे कुछ मायूश करेंगे
लेकिन हमें सोचना है हम क्या करें
इस जालिम जमाने से कैसे लड़ें
यदि इनसे हम हार मान जाएंगे
तो दुनिया मे कुछ नहीं कर पाएंगे
इसलिए स्वयं पर विश्वास रखो
जो भी करना है सोच समझकर करो
सोचने से ही समस्या का हल होगा
जिंदगी का हर क़िस्सा मुकम्मल होगा
अपने तरीके से जीवन जीना सीखो
अपने तन्हा गम को पीना सीखो
यही बातें आपको आगे बढाएंगी
और इस जिंदगी मैं खुशियाँ लाएंगी
भटकाने के लिए ही आते हैं लोग
खुशियों में ही गले लगाते है लोग
एक भी गम यदि पास आ जायेगा
तो कोई तुमसे नज़र नही मिलाएगा
केवल सच्चा मित्र ही साथ निभाएगा
आपके कष्ट को हरदम मिटाएगा
बाकी दुनिया बने पर काम आएगी
तुम्हे आंखों में आँसू दे जाएगी
इसलिए दुनिया वालो की मत सोचो
अपने आप को ज्ञान से ही सींचो
ज्ञान ही आपको अपना हक दिलाएगा
इस नासमझ दुनियाँ को समझा पायेगा

रमाकान्त पटेल

रमाकान्त पटेल

ग्राम-सुजवाँ, पोस्ट-ढुरबई तहसील- टहरौली जिला- झाँसी उ.प्र. पिन-284206 मो-09889534228