कविता

तस्वीर…..

बरसों से एक तस्वीर तेरी बसा रखी है दिल में
बड़ी शोख, शरारत भरी सूरत आंखों में
लम्हा-लम्हा बड़े जतन से सम्भाला है मैनें
कतरा-कतरा जिंदगी में समेट रखा है मैनें
यादों के करवा में खुद को लपेट रखा है
बीते वक्त की कुछ बातें आज भी दबा रखी है
सांसों की गरमाहट आज भी महसूस करता हूँ
तेरे होने के एहसास में आज भी भीग जाता है
ख्वाबों ख्यालों की दुनियां में
खुद को आबाद रखता हूँ
कोई गम नहीं मुझे मुस्कुराता रहता हूँ
तेरी चाहत में डूबता उतरता रहता हूँ
रंगीनियों में सराबोर, मस्ती में खोया रहता हूँ
वो खुशनुमा पल, वो हसीन रातें
अंधेरे में जुगनुओं की तरह गुनगुनाता रहता हूँ

*बबली सिन्हा

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