गीतिका/ग़ज़ल

अपनी हद को पार न करना…

अपनी हद को पार न करना
जीवन को दुष्वार न करना

कुर्सी पर जब भी बैठो तो
बेबस को लाचार न करना

मिलने जुलने में इस दिल को
चाहत का बीमार न करना

सुख जीवन में यदि चाहो तो
रिश्तों का व्यापार न करना

छोड़ नही देना अपना हक़
नाहक पर अधिकार न करना

बेबाकी पर बंदिश वाली
शर्त कभी स्वीकार न करना

बीच खड़ी भाई-भाई के
नफ़रत की दीवार न करना

सतीश बंसल
१३.०९.२०१८

*सतीश बंसल

पिता का नाम : श्री श्री निवास बंसल जन्म स्थान : ग्राम- घिटौरा, जिला - बागपत (उत्तर प्रदेश) वर्तमान निवास : पंडितवाडी, देहरादून फोन : 09368463261 जन्म तिथि : 02-09-1968 : B.A 1990 CCS University Meerut (UP) लेखन : हिन्दी कविता एवं गीत प्रकाशित पुस्तकें : " गुनगुनांने लगीं खामोशियां" "चलो गुनगुनाएँ" , "कवि नही हूँ मैं", "संस्कार के दीप" एवं "रोशनी के लिए" विषय : सभी सामाजिक, राजनैतिक, सामयिक, बेटी बचाव, गौ हत्या, प्रकृति, पारिवारिक रिश्ते , आध्यात्मिक, देश भक्ति, वीर रस एवं प्रेम गीत.