कविता

कभी किसी को दर्द हम सफर मत देना!!

कभी किसी को दर्द हमसफर मत देना |
हो सके तो गम, किसी का ले लेना ||

जीवन है अनमोल ब्यर्थ न जाये ये |
जो हमने बाटा है , वही तो पाए ये ||

कितना है रंगीन ,लगा कर दिल देखो |
रंक की कुटिया में जाकर- मिल देखो ||

सावन से रंगीन मिजाजी ले लेना |
कभी किसी को दर्द ,हम सफ़र मत देना ||

काटो में भी रहकर, कैसे खिलते है |
खिल -खिलाते फूल सदा ही मिलते है ||

हार किसी का बन जांऊ ,वो कहते है |
प्यार किसी का बन जांऊ,तो सहते है ||

अनुपम है उपहार प्रभु का ले लेना |
कभी किसी को दर्द दोस्तों मत देना ||

मंजिल हो आसान सरल सा जीवन हो |
एसे जीवन का आशीर्वाद प्रभु से लेलेना ||

कभी किसी को दर्द दोस्तों मत देना |
हो सके तो गम किसी का लेलेना ||

हृदय जौनपुरी

हृदय नारायण सिंह

मैं जौनपुर जिले से गाँव सरसौड़ा का रहवासी हूँ,मेरी शिक्षा बी ,ए, तिलकधारी का का लेख जौनपुर से हुई है,विगत् 32 बरसों से मैं मध्यप्रदेश के धार जिले में एक कंपनी में कार्यरत हूँ,वर्तमान में मैं कंपनी में डायरेक्टर के तौर पर कार्यरत हूँ,हमारी कंपनी मध्य प्रदेश की नं-1 कम्पनी है,जो कि मोयरा सीरिया के नाम से प्रसिद्ध है। कविता लेखन मेरा बस शौक है,जो कि मुझे बचपन से ही है, जब मैं क्लास 3-4 मे था तभी से