कविता

लौट जाओ…

 

तम,

तुम्हारा वास्ता क्या,

इस नगर से।

छोड़ दो यह रास्ता,

अब दूर जाओ,

इस डगर से।

ये नगर है सूर्य-वंशी,

राम का है, कर्ण का, हनुमान का है।

सत्य का है, ज्ञान का, विज्ञान का है।

हम उजाले के उपासक,

उजाले हम को भाये हैं।

तुम्हारे छल कपट हमको,

कभी ना रास आये हैं।

जागरण का गीत,

सूरज ने सुनाया है।

करेंगे दूर हम तम को,

यही अब मन बनाया है।

भोर की पहली किरण का,

आगमन होगा सबेरे।

मन में उजाला हो गया है,

दूर होंगे अब अँधेरे।

जग जगा है, चेत जाओ,

लौट जाओ गाँव अपने।

अब न फैलाओ,

यहाँ पर पाँव अपने।

सौगंध है तुमको,

तुम्हारी कालिमा की।

प्रियतमा की,

तम तुम्हारी लालिमा की।

लौट जाओ, लौट जाओ।

अब न आना, भूल कर भी इस नगर में।

लौट जाओ, लौट जाओ, लौट जाओ।

… आनन्द विश्वास

आनन्द विश्वास

जन्म की तारीख- 01/07/1949 जन्म एवं शिक्षा- शिकोहाबाद (उत्तर प्रदेश) अध्यापन- अहमदाबाद (गुजरात) और अब- स्वतंत्र लेखन (नई दिल्ली) भाषाज्ञान- हिन्दी, अंग्रेजी, गुजराती। प्रकाशित कृतियाँ- 1. *देवम* (बाल-उपन्यास) (वर्ष-2012) डायमंड बुक्स दिल्ली। 2. *मिटने वाली रात नहीं* (कविता संकलन) (वर्ष-2012) डायमंड बुक्स दिल्ली। 3. *पर-कटी पाखी* (बाल-उपन्यास) (वर्ष-2014) डायमंड बुक्स दिल्ली। 4. *बहादुर बेटी* (बाल-उपन्यास) (वर्ष-2015) उत्कर्ष प्रकाशन मेरठ। PRATILIPI.COM पर सम्पूर्ण बाल-उपन्यास पठनीय। 5. *मेरे पापा सबसे अच्छे* (बाल-कविताएँ) (वर्ष-2016) उत्कर्ष प्रकाशन मेरठ। PRATILIPI.COM पर सम्पूर्ण बाल-कविताएँ पठनीय। प्रबंधन- फेसबुक पर बाल साहित्य के बृहत् समूह *बाल-जगत* एवं *बाल-साहित्य* समूह का संचालन। ब्लागस्- 1. anandvishvas.blogspot.com 2. anandvishwas.blogspot.com संपर्क का पता : सी/85 ईस्ट एण्ड एपार्टमेन्ट्स, न्यू अशोक नगर मेट्रो स्टेशन के पास, मयूर विहार फेज़-1 नई दिल्ली-110096 मोबाइल नम्बर- 9898529244, 7042859040 ई-मेलः anandvishvas@gmail.com