ग़ज़ल -पता हनुमान की है जात जिनको।
बहुत से लोग बेघर हो गए हैं । सुना हालात बदतर हो गए हैं ।। मुहब्बत उग नहीं सकती यहां
Read Moreबहुत से लोग बेघर हो गए हैं । सुना हालात बदतर हो गए हैं ।। मुहब्बत उग नहीं सकती यहां
Read Moreकैसे भला तुमको मैं ये बताऊं मैं कैसे हुई इतनी तुम बिन अधूरी है यूँ तो खुशी ज़िन्दगी में जहां
Read Moreकभी किसी से नहीं डरी जो , वह भारत की नारी है दुष्टों के संहार हेतू वह , सौ लोगों पर भारी
Read Moreनए हालात पढ़ पाए नहीं क्या ।अभी तुम होश में आए नहीं क्या ।। उठीं हैं उगलियां इंसाफ ख़ातिर ।तुम्हारे
Read Moreकामिनी जी बड़ी बेचैनी से डाकिये का इंतजार कर रही थी । आखिर क्यों ना इंतजार करे , गाँव में
Read Moreसमाज में व्याप्त विसंगतियों पर तीव्र प्रहार का अनूठा संग्रह: “ हास्य-व्यंग्य की भेलपूरी ”
Read Moreभारत में कुछ लोग अपना नूतन वर्ष भूल गए हैं और अंग्रेजो का नववर्ष मनाने लगे हैं, उसमें किसी भारतीय
Read Moreनई दिल्ली 28 दिसम्बर. पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी जी की जयंती पर विश्वमित्र परिवार एवं प्रकृति परिवार द्वारा
Read Moreयूं तो हम किसी का भी दिल दुखाया नहीं करते। साथ रह कर भी उनको कभी सताया नहीं करते। बनाना
Read More