कविता

नववर्ष

बस कुछ पल और…

बदलेगा वक्त ।
यह वर्तमान…
समय सीमा को लाँघ,
बन भूतकाल,
बढ़ आगे …
कर रहा है स्वागत
“नववर्ष का” ।

चलो हम सब भी,
भूल कड़वी यादें,
करें स्वागत..
अपनों का,
नये सपनों का।
मुस्कुराती धूप का,
भाग्य के स्वर्णिम रुप का ।

इस शुभ बेला पर मैं,
दे रही हूँ सबको,
स्नेहिल दुआएँ,
कि आओ मिल,
खुशियों भरा
नववर्ष मनाएँ ।

अंजु गुप्ता

*अंजु गुप्ता

Am Self Employed Soft Skill Trainer with more than 24 years of rich experience in Education field. Hindi is my passion & English is my profession. Qualification: B.Com, PGDMM, MBA, MA (English), B.Ed