मैं भी एक इंसान हूं
मैं भी इंसान हूं इक हसीं स्वपन देखना चाहता हूं, सरेराह बुर्के में भी तन नगन देखता चाहता हूं। मैं
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Read Moreमूल विनाश नेहरू ने किए आउल गांधी तो व्याज है। इसीलिए मेरे देश की जनता कांग्रेसियों से नाराज़ हैं। ये
Read More‘नेवला’ एक ऐसा निष्पृह शब्द है, जिसके अवचेतन मन में याद आते ही एक ऐसे चुलबुले, तेज दृष्टि वाले, मटमैले,
Read Moreआज सुकेश की ममी स्नेहा का रुतबा ही कुछ और है. उनकी कविताओं की पहली किताब छपकर आई है. किताब
Read Moreपापा जो आप होते आज तो ऐसी तो ना होती मैं दिन बीते और रात ढले फिर ऐसे तो ना
Read Moreफुल नहीं कहता किसी से आओ मुझसे प्यार करो मोहनी मुस्कान इसकी बरबस हमें लुभाती है। काँटों भरे दामन में
Read Moreमनुष्यों की श्रेणी एक दिन रामकृष्ण परमहंस शिष्यों के साथ भ्रमण करते हुए एक नदी के तट पर पहुंचे।वहां
Read Moreरात के बारह बजने वाले थे और रसोईघर का काम खत्म होने का नाम नहीं ले रहा था । कल
Read Moreभारत कृषि प्रधान देश हैं. कृषि भारतीय अर्थव्यवस्था व भारतीय जीवन की मुख्य धुरी हैं. अभी तक किसानों के दर्द
Read Moreआज फिर कांप उठी धरती देख वह हृदय विदारक दृश्य, अबोध बालिका शिकार हुई हाथ, नर पिशाच,निरा अस्पृश्य। सुन बालिका
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