सामाजिक

ठक-ठक, ठक-ठक-8

ठक-ठक, ठक-ठक-1
”ठक-ठक, ठक-ठक”.
”कौन है?”
”मैं हूं अंतरिम बजट.”
”अंतरिम बजट जी, आपका हार्दिक स्वागत है.”
”धन्यवाद जी.”
”शुक्रिया, कहिए क्या हाल है? अब तो आप 1 दिन के हो गए!”
”हम तो ठीक हैं, पर कुछ लोग मुझे अंतरिम बजट के बजाए चुनावी बजट कहकर संबोधित कर रहे हैं.”
”आपको बुरा लग रहा है?”
”अरे नहीं-नहीं, बुरा मानकर जाऊंगा कहां. कुछ तो लोग कहेंगे. मैं तो यह मानता हूं-
सबसे बड़ा रोग,
क्या कहेंगे लोग?”
”यह तो बिलकुल ठीक कहा. हमने सुना है- कुछ लोग अंतरिम बजट को लेकर ट्रोल कर रहे हैं.”
”आपने ठीक सुना है, वे खुद भी ट्रोल हो रहे हैं.”
”वो कैसे?”
”अरे ये तो पीएम बन गए हैं. पीएम=पूअर इन मैथ्स.”
”लीजिए पीएम शब्द का अच्छा विश्लेषण कर दिया है.”

ठक-ठक, ठक-ठक-2
”ठक-ठक, ठक-ठक”.
”कौन है?”
”हम हैं पकौड़े.”
”वाह भई वाह पकौड़े, सर्दियों का मौसम हो या बारिश का, पकौड़े तो लजीज़ लगते हैं, आपका हार्दिक स्वागत है.”
”पकौड़े तो मेहमाननवाजी का मुख्य साधन हैं.”
”अजी साहब केवल मेहमाननवाजी का नहीं वयव्साय का भी!”
”वो कैसे?”
”शायद बहुत कम लोग जानते होंगे कि रिलायंस समूह जो कि आज देश का सबसे बड़ा औद्योगिक घराना है, उसकी शुरुआत पकौड़े बेचने से हुई थी. जी हाँ अपने शुरुआती दिनों में धीरूभाई अँबानी सप्ताहांत में गिरनार की पहाड़ियों पर तीर्थ यात्रियों को पकौड़े बेचा करते थे.”
”अरे वाह, यह तो कमाल की बात है.”
इसी बात पर आप लगे हाथ इस ब्लॉग को पढ़ लीजिए-
पाई के पकौड़े
https://readerblogs.navbharattimes.indiatimes.com/rasleela/%E0%A4%AA-%E0%A4%88-%E0%A4%95-%E0%A4%AA%E0%A4%95-%E0%A4%A11/

ठक-ठक, ठक-ठक-3
”ठक-ठक, ठक-ठक”.
”कौन है?”
”मैं हूं सुमन बोदानी.”
”कहां से?”
”पाकिस्तान सिंध से.”
”आपकी तारीफ?”
”अपनी क्या तारीफ करूं?”
”फिर कौन बताएगा?”
”खबर कह रही है- पाकिस्तान सिंध में पहली बार कोई हिंदू सिंधी महिला सिविल जज बनी है, नाम है- सुमन बोदानी.”
”अरे वाह! आपको कोटिशः बधाइयां व शुभकामनाएं.”

ठक-ठक, ठक-ठक-4
”ठक-ठक, ठक-ठक”.
”कौन है?”
”मैं हूं सनी वाधवानी.”
”आपकी खासियत?”
”मुझे विश्व रिकॉर्ड में शुमार किया गया है.”
”वो किसलिए?”
”मुझे रोमन टाइपिंग में विश्व रिकॉर्ड होल्डर का खिताब दिया गया है.”
”और कुछ?”
”और्र भी ढेरों खिताब मिले हैं.”
”आपको इन ढेरों खिताबों की ढेरों बधाइयां व शुभकामनाएं.”

ठक-ठक, ठक-ठक-5
”ठक-ठक, ठक-ठक”.
”कौन है?”
”मैं हूं ‘शट क्लिनिक’.”
”‘शट क्लिनिक’? ये कौन-सी क्लिनिक है?”
”अरे भाई मैं हूं सोशल मीडिया की लत से छुटकारा दिलाने वाली ‘शट क्लिनिक’.”
”तो आप सोशल मीडिया की लत से छुटकारा दिला सकती हैं?”
”हां, भाई हां.”
”बताओ तो सही, तुम हो कहां?”
”अब तक तो मैं बेंगलुरु के नैशनल इंस्टिट्यूट ऑफ मेंटल हेल्थ ऐंड न्यूरोसाइसेंस (निमहेंस) में थी, अब जल्दी ही लखनऊ में भी आ रही हूं. गुरुवार को लखनऊ में शुरू हुई 71वीं इंडियन सायकैट्रिक सोसायटी की नैशनल कॉन्फ्रेंस में सुझाव दिया कि शट क्लिनिक देश के सभी बड़े और प्रमुख चिकित्सा संस्थानों में शुरू की जानी चाहिए. इस बारे में उन्होंने स्वास्थ्य मंत्रालय से भी चर्चा की है.”
”तुम्हारा मकसद टेक्नॉलजी के ज्यादा इस्तेमाल के कारण मानसिक रूप से बीमार हो रहे लोगों को ठीक करने और उसके सही इस्तेमाल की नसीहत देना होगा?”
”जी हां, वैसे तो नसीहत तुम लोगों को पता ही है, पर नहीं सुधरोगे तो मेरे पास यानी ‘शट क्लिनिक’ आना पड़ेगा.”
”खुदा ख़ैर करे, किसी को ‘शट क्लिनिक’ न आना पड़े.”

*लीला तिवानी

लेखक/रचनाकार: लीला तिवानी। शिक्षा हिंदी में एम.ए., एम.एड.। कई वर्षों से हिंदी अध्यापन के पश्चात रिटायर्ड। दिल्ली राज्य स्तर पर तथा राष्ट्रीय स्तर पर दो शोधपत्र पुरस्कृत। हिंदी-सिंधी भाषा में पुस्तकें प्रकाशित। अनेक पत्र-पत्रिकाओं में नियमित रूप से रचनाएं प्रकाशित होती रहती हैं। लीला तिवानी 57, बैंक अपार्टमेंट्स, प्लॉट नं. 22, सैक्टर- 4 द्वारका, नई दिल्ली पिन कोड- 110078 मोबाइल- +91 98681 25244

One thought on “ठक-ठक, ठक-ठक-8

  • लीला तिवानी

    मौसम का अजब अंदाज: कहीं बर्फ की चादर तो कहीं लू बरसा रहा कहर

    ऑस्ट्रेलिया में इन दिनों रेकॉर्डतोड़ गर्मी पड़ रही है। ऐ़डिलेड और मेलबर्न में लू और गर्मी का सितम इतना है कि तालाब में मछलियां भी मर जा रही हैं।
    कनाडा में इस वक्त मौसम ठंड से सितम ढा रही है। ओंटारिया और इसके आसपास के हिस्सों में तापमान -20 डिग्री से -40 डिग्री तक चला जाता है। बर्फ की इतनी मोटी परत देखकर आपको लगेगा कि शायद यह कोई सफेद राजकुमारियों की कहानियों का वास्तविक संसार है।
    अमेरिका में इन दिनों शिकागो के कुछ हिस्से का तापमान -40 तक पहुंच गया है। शिकागो और अमेरिका के कुछ और हिस्सों में तापमान रेकॉर्ड कम पर पहुंच गया है। यहां तक कि घरों की पाइपलाइन में पानी भी जम जा रहा है।
    मिसिगन लेक बर्फ से पूरी तरह से जम चुकी है।

Comments are closed.