गीतिका/ग़ज़ल

ग़ज़ल

आग फैले तू ऐसी कार न कर
तेज बारूद ही की धार न कर।

घुस जा घुसना है अगर, सीने में
शूल बन पीठ पे तू वार न कर।

ठेस छोटी ही मुझको काफी है
मान जा खुद को याँ लुहार न कर।

खतरा हो जिससे तेरे होने पर
खुद में ऐसा कोई सुधार न कर।

बाकी है काफी दरमियाँ अपने
बात छोटी पे आर-पार न कर।

— सतविन्द्र कुमार राणा

सतविन्द्र कुमार राणा 'बाल'

पिता: श्री धर्मवीर, माता: श्रीमती अंगूरी देवी शिक्षा: एमएससी गणित, बी एड, पत्रकारिता एवं जन संचार में पी जी डिप्लोमा। स्थायी पता: ग्राम व डाक बाल राजपूतान, करनाल हरियाणा। सम्प्रति: हरियाणा स्कूल शिक्षा विभाग में विज्ञान अध्यापक पद पर कार्यरत्त। प्रकाशित: 5 लघुकथा साझा संकलन, साझा गजल संकलन, साझा गीत संकलन, काव्य साझा संकलन, अनेक प्रतिष्ठित साहित्यक पत्र-पत्रिकाओं में रचनाएँ, पत्रिकाओं के लघुकथा विशेषांकों में समीक्षाएं प्रकाशित, साहित्य सुधा, साहित्यिक वेब openbooksonline.com, ,साहित्यपेडिया, laghuktha.com ,लघुकथा के परिंदे समूह में लगातार रचनाएँ प्रकाशित। सह-सम्पादन: चलें नीड़ की ओर (लघुकथा संकलन), सहोदरी लघुकथा-१, २ जन्म स्थान: ग्राम व डाक बाल राजपूतान, करनाल हरियाणा। जन्मतिथि: 03/07/1981 पता: 105A न्यू डी सी कॉलोनी, नजदीक सेक्टर 33, गली नम्बर 3, करनाल, हरियाणा-132001। चलभाष: 7015749359, 9255532842