कविता

हम कमज़ोर नही

हम कमज़ोर नही ….

अपनी आँखों को साफ करो,
बहते हुए आँसू को पोछ दो,

रोते कमजोर लोग है हमेशा ,
हम वीर है इस देश के ,

रो कर खुद को कमजोर ,
नही करना है हमको ,

चाहे जो भी कर ले दुश्मन,
टूटना नही है हमको कभी ,

भावनात्मक रूप से टूट कर ,
मनसूबे दुश्मन के पूरे नही करने,

वो हमको भावनात्मक तोड़ रहा ,
नही हमको टूटना नही है कभी भी ,

कितना दर्द दे दो हमको तुम,
विचलित नही होंगे हम ,

तुम चाहते हो गुस्से में हम वो करे,
जो नुकसान दे दे हमारे अपनों को ,

तो सुनो दुश्मन तुम कान खोल
ये मनसूबे नही होंगे पूरे कभी भी,

हम टूटेंगे नही हालात कैसे भी हो,
हम धैर्य से मुकाबला करेंगे तुम्हारा ।

हम मां भारती की संतान है ,
जो न झुकी कभी न झुकेगी ।।

सारिका औदिच्य

*डॉ. सारिका रावल औदिच्य

पिता का नाम ---- विनोद कुमार रावल जन्म स्थान --- उदयपुर राजस्थान शिक्षा----- 1 M. A. समाजशास्त्र 2 मास्टर डिप्लोमा कोर्स आर्किटेक्चर और इंटेरीर डिजाइन। 3 डिप्लोमा वास्तु शास्त्र 4 वाचस्पति वास्तु शास्त्र में चल रही है। 5 लेखन मेरा शोकियाँ है कभी लिखती हूँ कभी नहीं । बहुत सी पत्रिका, पेपर , किताब में कहानी कविता को जगह मिल गई है ।