माँ
तू सबसे अलग सबसे जुदा, अलग तेरी हर अदा है। दुनिया के रंगमंच पर जीवन के नाटक में, अलग तेरा
Read Moreहर दिशा में बेटियों ने राष्ट्र ध्वज को लहरा दिया वसुधा से आसमां तक कदम निज का बढ़ा दिया शिव
Read Moreइतिहासों के भंडार से कोई कोना न खाली है गंगा गंडक के आंचल में बसी अपनी वैशाली है महावीर की
Read Moreमहामृत्युञ्जय मन्त्र में खरबूजे की उपमा का मार्मिक सन्देश प्रियांशु सेठ वेदों की विश्व-विश्रुति का अन्यतम कारण यह भी है
Read Moreनौजवान लगता वही,रखता जो उत्साह । यदि तुम में गतिशीलता,तो निश्चित तुम शाह।। कभी नहीं जो हो शिथिल,उसको मिलती राह।
Read Moreअपनी तन्हाई को यूँ ही छुपा लेता हूँ मैं अपने दिल को यूँ ही सपने दिखाकर बहला लेता हूँ मैं
Read Moreमज़दूर की बेटी की क़िस्मत में रानी बनना कहां से लिखा होता! उसके बाबा ने अपना और पत्नी का मन
Read More“आ-रही – हूं – -” हुमैरा व्हीलचेयर डगराते हुए दरवाज़े पर आई और अपनी स्टीक से चिटखिनी गिराते हुए दरवाज़ा
Read More‘कहाँ जा रहा है तू ?’ गंजू ने दौड़ कर जाते हुए संजू से पूछा। ‘मन्दिर’ दौड़ते दौड़ते ही संजू
Read More‘ढिंचक … ढिंचक …’ कुछ इसी प्रकार की आवाज़ से ध्यान भंग हुआ था नये बंगले में रहने आये परिवार
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