ले लिए हमारे वोट,अब छाप रहे हैं नोट दे गए दिल पर चोट, बेईमान नेताजी चुनाव से पहले गलियों में गुंडों संग घूमा करते थे वोट की खातिर हर वोटर के चौखट चूमा करते थे ये...
आजकल ‘मी टू’ का कहर किसी सुनामी से कम नहीं, जिसने हमारे जैसे किसी भी बेहद ही शरीफ और संवेदनशील मर्द के बच्चे को, जिसने कभी धोखे से भी स्कूल, कॉलेज या ऑफिस के दिनों में...
“सर, आज न तो स्वतंत्रता दिवस है, न ही गणतंत्र दिवस, गांधी जयंती भी तो नहीं, फिर इधर ये देशभक्ति और शहीदों वाले गीत क्यों बजाए जा रहे हैं।” अनपढ़ से दिखने वाले लाइनमैन ने मुझसे...
आखिरकार पापा ने अपनी प्रॉमिस पूरी कर दी। उन्होंने अपने इकलौते बेटे अमन से प्रॉमिस किया था कि यदि वह अपनी कक्षा में फर्स्ट आएगा, तो उसे गर्मी की छुट्टियों में एक दिन ऑफिस लेकर जाएँगे।रिजल्ट...
पुनर्वास हार्ट अटैक का पहला झटका झेलने के दूसरे ही दिन रमाकांत जी की अपनी निजी पुस्तकालय की सभी पुस्तकें जिला ग्रंथालय को दान करने के फैसले से मालती चकित थी।लगभग पचपन साल पहले जब रमाकांत...
देखती हूँ अक्सर खुद को आईने में कितना दिखती हूँ अहम के दायरे से.. ख़ामोशी को लिए खुद से उलझती कितना समझती हूँ अहम के आईने से.. अपनों के करीब खुद को भूलती कितना तय करती...
ओ३म् क्या हम अपने आप को जानते हैं? इसका उत्तर यह हो सकता है कि हम अपने आप को पूरी तरह तो नहीं जानते परन्तु कुछ कुछ जानते हैं। कुछ कुछ जानने का तात्पर्य है कि...
विश्व डांस दिवस पर विशेष कल यानी 29 अप्रैल को विश्व डांस दिवस था. आप सोच रहे होंगे कि हम विश्व डांस दिवस पर ब्लॉग क्यों लिख रहे हैं! आपका सोचना वाजिब है. हमारा कहना है...
ओ३म् हम मनुष्य है और हमारा जन्म हुआ है। मनुष्य की आयु पर विचार करें तो यह अनिश्चित होती है। कुछ ऐसे बच्चे होते तो जन्म लेते ही व गर्भ में ही मृत्यु का ग्रास बन...
ओ३म् हमारा यह संसार मनुष्यों सहित अन्यान्य प्राणियों से युक्त है। हमारा जीवन मुख्यतः वायु, जल, अन्न सहित गो दुग्ध पर निर्भर है। वायु परमात्मा की कृपा से सर्वत्र उपलब्ध होती है। जल भी नदियों, जलाशयों...
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