कविता

बेटियां

अपने गांव का दिखे या ख़बर हो
खुश होती है बेटियां
बिदाई के समय रुलाती है बेटियां
मोबाइल बेटी का आता
पूरे घर को नजदीक कर देती बेटियां
भाई के रिजल्ट सुनकर
ससुराल में मिठाई बटवा देती बेटियां
घर आंगन के गुड्डे गुड़ियों को छोड़
बहुत दूर जा बसती बेटियाँ
घर मे बेटियों का टूटता खिलौना
डर होता आने पर डाँटेगी बेटियां
नन्ही चिड़िया सी उड़कर
ससुराल में बना लेती बसेरा बेटियां
त्यौहार पर नही आ पाने से
रिश्तो को रुला देती बेटियां
मोबाइल पर दुःख की बातें
कभी नही बताती बेटियां
मायके-ससुराल को तराजू के
पलवो में रिश्ते तोलती बेटियां
बेटीयों से मिलकर आने पर
हिम्मत आजाती खुशियां नाच गा उठती
बातें सुनाती नए रिश्तों के घर आंगन को
ऐसी होती है प्यारी सी लाडली बेटियां
माता- पिता की त उम्र फिक्र करती बेटियां
बेटी की याद आने पर आँसू छलकाती अंखिया
संजय वर्मा “दृष्टि”
मनावर (धार)

*संजय वर्मा 'दृष्टि'

पूरा नाम:- संजय वर्मा "दॄष्टि " 2-पिता का नाम:- श्री शांतीलालजी वर्मा 3-वर्तमान/स्थायी पता "-125 शहीद भगत सिंग मार्ग मनावर जिला -धार ( म प्र ) 454446 4-फोन नं/वाटस एप नं/ई मेल:- 07294 233656 /9893070756 /antriksh.sanjay@gmail.com 5-शिक्षा/जन्म तिथि- आय टी आय / 2-5-1962 (उज्जैन ) 6-व्यवसाय:- ड़ी एम (जल संसाधन विभाग ) 7-प्रकाशन विवरण .प्रकाशन - देश -विदेश की विभिन्न पत्र -पत्रिकाओं में रचनाएँ व् समाचार पत्रों में निरंतर रचनाओं और पत्र का प्रकाशन ,प्रकाशित काव्य कृति "दरवाजे पर दस्तक " खट्टे मीठे रिश्ते उपन्यास कनाडा -अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर विश्व के 65 रचनाकारों में लेखनीयता में सहभागिता भारत की और से सम्मान-2015 /अनेक साहित्यिक संस्थाओं से सम्मानित -संस्थाओं से सम्बद्धता ):-शब्दप्रवाह उज्जैन ,यशधारा - धार, लघूकथा संस्था जबलपुर में उप संपादक -काव्य मंच/आकाशवाणी/ पर काव्य पाठ :-शगुन काव्य मंच