कविता

बेटियां

बेटियाँ कुल का गौरव होती है,
बेटियाँ प्रार्थनाएं होती है,
बेटियाँ वसुंधरा का रूप होती है,
बेटियाँ फूलों का उपवन होती है,
बेटियाँ दुर्गा का अवतार होती है
बेटियाँ शर्मिली और शांत होती है।

बेटियाँ वैदिक ऋचाएं होती है,
बेटियाँ जन्नत की नूर होती है,
बेटियाँ करुणा हृदय वाली होती है,
बेटियाँ लक्ष्मी, सरस्वती का रूप होती है,
बेटियाँ धर्म, न्याय की स्तभं होती है
बेटियाँ समाज को नई दिशा देती है,

बेटियाँ साहित्य की भंडार होती है,
बेटियाँ संस्कृति की रक्षक होती है,
बेटियाँ स्नेह, ममता का प्रतिरूप होती है,
बेटियाँपरिवार का आधार होती है,
बेटियाँ गंगा जल सी पवित्र होती है,
बेटियाँ घर की पूजा-अर्चना होती है,

बेटियाँ गुरुग्रंथ की वाणी होती है
बेटियाल गीता का उपदेश होती है,
बेटियाँ कुरान की आयतें होती है
बेटियाँ बाइबिल सी पवित्र होती है,
बेटियाँ प्रेरणा की मूरत होती है,
बेटियाँ पिता की ताकत होती है।

बेटियाँ दो परिवारों की ताकत होती है,
बेटियाँ भोर की किरण होती है,
बेटियाँ परिवार का मान बढ़ाती है
बेटियाँ ईश्वर की विलक्षण रचना है,
आओ करें इनका संरक्षण
दे, इनको महत्त्व और अभिरक्षण।

— कालिका प्रसाद सेमवाल

कालिका प्रसाद सेमवाल

प्रवक्ता जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान, रतूडा़, रुद्रप्रयाग ( उत्तराखण्ड) पिन 246171