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उत्तराखंड में ओमप्रकाश प्रजापति को किया सम्मानित

साहित्य शारदा मंच, खटीमा ( उत्तराखंड ) के  तत्वावधान में आयोजित अन्तर्राष्ट्रीय साहित्यकार समागम तथा सम्मान समारोह में सर्वप्रथम अभ्यागतों द्वारा माँ वीणापाणि के चित्र पर दीप प्रज्वलन किया गया। तत्पश्चात डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री मयंक की दो पुस्तकों “प्रीत का व्याकरण” तथा “टूटते अनुबन्ध” का विमोचन शैल सूत्र की सम्पादक श्रीमती आशा शैली, श्रीमती अमर भारती, ट्रू मीडिया के सम्पादक श्री ओमप्रकाश प्रजापति, मनोज कामदेव, रौशन बलूनी, विशन दत्त जोशी ‘शैलज’, राधा मैन्दोली, मंजू पाण्डेय ‘उदिता’, दिनेश चन्द्र गुप्ता ‘रविकर’, जय शंकर चौबे, चन्द्र भूषण तिवारी ‘चन्द्र’, सत्यपाल सिंह ‘सजग’, राम रतन यादव, राधा तिवारी ‘राधेगोपाल’, नरेश चन्द्र तिवारी, जगदीश पन्त ‘कुमुद’, खूब सिंह ‘विकल’, प्रधानाचार्य रामदत्त जोशी, डॉ पुष्पा जोशी प्राकाम्या श्री श्रीभगवान मिश्र, नीरज वर्मा, संजय कपूर, मौ. इलियास सिद्दीकी, शिव भगवान मिश्र, प्रो. सिद्धेश्वर सिंह, प्रो. राजवेन्द्र कौर, प्रो. मुकेश कुमार, प्रो. नरेन्द्र अग्रवाल, कैलाश चन्द्र पन्त, सतपाल बत्रा, डॉ. राज किशोर सक्सेना ‘राज’, एम.डी. अखिलेश मिश्र, आचार्य रामदेव आर्य, विनीत शास्त्री, प्रवक्ता पल्लवी, नितिन शास्त्री, कविता शास्त्री, प्रांजल, प्राची, विजयलक्ष्मी, मनुश्रवा आर्य, चन्द्रशेखर, अंकित शेखर, हिमांशुकान्त, कमलकान्त, राजेन्द्र कुमार, रत्नाकर पाण्डेय, रामरतन यादव राणा प्रताप इण्टर कालेज के सभागार में राणा प्रताप इण्टर कालेज के अध्यक्ष और उत्तराखण्ड को-ऑपरेटिव बैंक के अध्यक्ष मा. दान सिंह रावत आदि की गरिमामयी उपस्थिति में सम्पन्न हुआ।
कार्यक्रम की अध्यक्षता राणा प्रताप इण्टर कालेज के प्रबन्धक गीतारामं बंसल ने की तथा मुख्यअतिथि खटीमा फाइबर्स के सी.एम.डी. डॉ. राकेश चन्द्र रस्तोगी रहे। इस मौके पर ट्रू मीडिया के संपादक श्री ओमप्रकाश प्रजापति को साहित्य, कला, संस्कृति एवं पत्रकारिता के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान देने के लिए सम्मान प्रतीक, पुष्प माला एवं शाल ओढाकर सम्मानित किया गया, कार्यक्रम का सफल संचालन साहित्य शारदा मंच के महासचिव डॉ महेन्द्र प्रताप पाण्डेय ‘नन्द’ ने किया। विमोचित पुस्तकों “प्रीत का व्याकरण” तथा “टूटते अनुबन्ध” के रचनाकार डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री मयंक ने अपने उद्बोधन में लेखन के प्रारम्भिक समय से वर्तमान तक की यात्रा का उल्लेख करते हुए नवांकुरों को सन्देश देते हुए कहा कि साहित्य के गगन पर उभरते हुए नवोदित कवि सिद्ध साहित्यकारों की 100 पंक्तियाँ पढ़े और दस पंक्तियाँ लिखें। भोजनोपरान्त के सत्र में कवि सम्मेलन का भी आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता श्रीमती आशा शैली तथा संचालन हल्द्वानी से पधारी कवयित्री श्रीमती मंजू पाण्डेय उदिता ने किया।