बाल कविता

प्यारी छतरी

मेरी प्यारी  नीली छतरी ।
वर्षा से हुई गीली छतरी ।

डंडी है इसकी जे आकार ।
तनती   है   तो   वृत्ताकार ।

यह आठ कड़ियाँ वाली है ।
अति सुंदर और निराली है ।

बारिश से यह बचाती मुझे ।
धूप  से  यह  छुपाती मुझे ।

मम्मी से मुझे मिली छतरी ।
मेरी  प्यारी   नीली  छतरी ।

टीकेश्वर सिन्हा ” गब्दीवाला “

टीकेश्वर सिन्हा "गब्दीवाला"

शिक्षक , शासकीय माध्यमिक शाला -- सुरडोंगर. जिला- बालोद (छ.ग.)491230 मोबाईल -- 9753269282.