गीत/नवगीत

ऐसी ईद मनाएं हम

ईद  मने हर दिन सबकी ही ,दीवाली हर रात रहे ।
मन की मन से प्रीत बावरी ,सरस्  सलिल जज्बात रहे ।
मकसद इक सद्भाव,शांति का ,आतंकी का अंत करो ।
दो हर दिल पैगाम मुहब्बत ,प्रेम अथाह अनन्त करो ।
नव उमंग हों स्वप्न संग अरु, खुशियों की बरसात रहे ।
मन की मन से प्रीत बावरी ,सरस् सलिल जज्बात रहे ।
भाई चारा मजहब अपना ,सुनो नहीं हैं गैर यहाँ ।
हाथ जोड़कर रब से माँगे ,इक दूजे की खैर यहाँ ।
चलो मिटायें दहशतगर्दी , नहीं कठिन  हालात रहे।
मन की मन से प्रीत बावरी ,सरस् सलिल जज्बात रहे ।
रौनक छाई बाजारों में ,उतरा चंदा आँगन में ।
जश्न मनाओ ईद आ गयी ,गंध मदिर है प्राँगण में ।
शहनाई का साज सुरों में ,होंठ हसीं नग्मात रहे ।
मन की मन से प्रीत बावरी ,सरस् सलिल जज्बात रहे ।
रीना गोयल ( हरियाणा)

रीना गोयल

माता पिता -- श्रीओम प्रकाश बंसल ,श्रीमति सरोज बंसल पति -- श्री प्रदीप गोयल .... सफल व्यवसायी जन्म स्थान - सहारनपुर .....यू.पी. शिक्षा- बी .ऐ. आई .टी .आई. कटिंग &टेलरिंग निवास स्थान यमुनानगर (हरियाणा) रुचि-- विविध पुस्तकें पढने में रुचि,संगीत सुनना,गुनगुनाना, गज़ल पढना एंव लिखना पति व परिवार से सन्तुष्ट सरल ह्रदय ...आत्म निर्भर