बाल कविता

डाॅक्टर आए

कीट पकड़ कर डाॅक्टर आए ।
मुझे देख कर वो मुस्कुराकाए ।

छुए  हाथ   और   छुए  माथा ,
बुखार  होने  की  बात बताए ।

सर्दी है तुझे और  खाँसी भी ,
बड़े  प्यार से मुझे समझाए ।

गर्म खाना और  गर्म पानी ,
हाथ धोने की राज बताए ।

हल्के  से  वो   सुई   लगा  कर ,
गोली खिलाए , सीरप पिलाए ।

मुझे रोता देख  डाॅक्टर अंकल ,
खुद   हँसे  और  मुझे  हँसाए ।

—  टीकेश्वर सिन्हा “गब्दीवाला”

टीकेश्वर सिन्हा "गब्दीवाला"

शिक्षक , शासकीय माध्यमिक शाला -- सुरडोंगर. जिला- बालोद (छ.ग.)491230 मोबाईल -- 9753269282.