गीतिका/ग़ज़ल

दोहा गीतिका

पाकिस्तान की गतिविधि,और जिहादी वार।
तीन सौ सत्तर ढो  रही,देख रही सरकार।
ध्वनि मत से पारित हुआ, बिल भी तीन तलाक।
खुशी पीड़िता रो रही, देख रही सरकार।
कैसे करदाता बढ़े, कैसे होय विकास।
पिछली कमियां जो रही, देख रही सरकार।
सेना को हर क्षेत्र में, किया बहुत मजबूत।
फिर भी सैनिक खो रही, देख रही सरकार।
मोटर वाहन अधिनियम, में हुआ बहुत बदलाव।
जनता फिर भी सो रही, देख रही सरकार।
आयुष्मान अरु उज्ज्वला, स्वच्छता अभियान।
ग्रहणी अति खुश हो रही, देख रही सरकार।
— प्रेम सिंह राजावत “प्रेम”

प्रेम सिंह "प्रेम"

आगरा उत्तर प्रदेश M- ९४१२३००१२९ Prem.rajawat1969@gmail.com