भजन/भावगीत

चल कैलाश पति के धाम

ॐ नाम का दर्शन होगा ,चल कैलाश पति के धाम ।
शिखर हिमालय मानसरोवर ,सम पूरण हैं चारों धाम ।
हिंदू संस्कृति का प्रतिबिंब ,कल्पवृक्ष की छाँव यहाँ ,
पवित्र  रूप  शिव शंकर का है, हिम शिखरों का गाँव यहाँ ।
प्रभु चरणों से गंग उतरकर ,चढि कैलाश के शीश पर ।
जटा धराया शिव शंकर ने ,दया दिखाई गिरीश पर ।
यहीं झील के तट पर साधू, कठिन तपस्या करते हैं ।
शिव शम्भू का करके दर्शन ,हिय प्रसन्नता भरते हैं ।
दुर्लभ स्थल भू का कहलाता,उद्गम जल की धार का है
कोख सम्भाले अद्भुत प्रकृति ,चित्र गजब संसार का है ।
कोई नही चढ़ पाया अब तक ,लाख जतन कर हारे सब  ।
अद्भुत लीला है हरिहर की ,मन में यही विचारें सब ।
महिमा करूँ बखान मैं कैसे ,रहस्य से भरी खान है।
मोक्ष द्वार है मानसरोवर ,शिव से मिला वरदान है ।
रीना गोयल ( हरियाणा)

रीना गोयल

माता पिता -- श्रीओम प्रकाश बंसल ,श्रीमति सरोज बंसल पति -- श्री प्रदीप गोयल .... सफल व्यवसायी जन्म स्थान - सहारनपुर .....यू.पी. शिक्षा- बी .ऐ. आई .टी .आई. कटिंग &टेलरिंग निवास स्थान यमुनानगर (हरियाणा) रुचि-- विविध पुस्तकें पढने में रुचि,संगीत सुनना,गुनगुनाना, गज़ल पढना एंव लिखना पति व परिवार से सन्तुष्ट सरल ह्रदय ...आत्म निर्भर