कविता

हिन्दी से प्रीत लिखें

देवनागिरी लिपि हमारी,
सुंदर सुरभित गीत लिखें ।
मातृभूमि शृंगार है हिन्दी,
हम हिंदी में जीत लिखें ।।
अलख जगादें देश में अपने,
     सँस्कृति अपनी महान ।
आज करे शुरुआत नई ,
      हिन्दी हस्ताक्षर अभियान ।।
इतनी शक्ति देना दाता ,
    बने सभी हम सच्चे नेक ।
ईश्वर दे सद्बुद्धि सबको,
    हों सब भारतवासी एक ।।
उन्नति करता रहे देश यह,
    हो जाए जग में  नाम।
ऊंचा मस्तक शिखर हिमालय,
        तिरंगा को प्रणाम ।।
एक रहें सब भारत वासी,
     हिन्दी बने देश की शान ।
ऐसा दिन आ जाये फिर से,
      बढ़े  विश्वगुरु का मान ।।
ओंकार की शक्ति समेटे,
       हिंदी अनुपम अक्षर ज्ञान ।
औरत है हर शक्ति शालिनी,
       हर पुरुष है वीर जवान ।।
हिन्दी मन की मधुरिम भाषा,
छंद- छंद संगीत लिखें।
तार हृदय के झंकृत कर दे,
धड़कन- धड़कन प्रीत लिखें ।।
— रागिनी स्वर्णकार (शर्मा)

रागिनी स्वर्णकार (शर्मा)

1- रचनाकार का पूरा नाम- श्रीमती रागिनी स्वर्णकार (शर्मा) 2- पिता का नाम-श्री पूरन चंद सोनी 3- माता का नाम -श्रीमती पार्वती 4- पति / पत्नी का नाम- श्री अरुण शर्मा 5- वर्तमान/स्थायी पता -डायमंड रेजीडेंसी, a सेक्टर सिलिकॉन सिटी राऊ ,इंदौर ,जिला-इंदौर मध्यप्रदेश 6- फोन नं/वाट्स एप नं. - 9754835741 7- जन्म / जन्म स्थान-बेगमगंज ,जिला- रायसेन जन्मतिथि 01,/05/1970 8- शिक्षा /व्यवसाय- बी.एस-सी.,एम .ए.(हिंदी,इंग्लिश) एम.एड. 9- प्रकाशित रचनाओं की संख्या-- 300 रचनाएँ प्रकाशित 10- प्रकाशित रचनाओं का विवरण । (लगभग 300 रचनाएँ समाचार पत्र ,संचार एक्सप्रेस ,निशात टाईम्स ,रीडर एक्सप्रेस भोपाल, लोकजंग भोपाल,दैनिक भास्कर भोपाल,देशबन्धु भोपाल ,से प्रकाशित हो चुकी हैं ) संकल्प शालेय पत्रिका का 7 वर्ष से सम्पादन