राजनीति

योगी सरकार के ढाई साल, प्रदेश नंबर वन बनने की ओर अग्रसर

2017 में मोदी लहर में सवार उप्र में सत्ता में आयी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में बनी भारतीय जनता पार्टी के अब ढाई साल पूरे होने जा रहे हैं। लोकतंत्र में सरकारों के कामकाज की गहन समीक्षा व आलोचना के लिए ढाई साल का समय बहुत होता है। आजकल नये दौर की राजनीति में सरकारों की ओर से अपना रिपोर्ट कार्ड पेश करना भी एक उत्सव की तरह हो गया है। यहां तक कि न्यू इंडिया की न्यू पालिटिक्स में प्रदेशों के राज्यपाल व देश के राष्ट्रपति भी अपना रिपोर्ट कार्ड पेश कर रहे हैं। वहीं काम अब योगी सरकार भी करने जा रही है।
योगी सरकार बनने के बाद प्रदेश सरकार ने केंद्र सरकार के साथ कदमताल मिलाते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सपनों को पूरा करने के उद्देश्य से कई सकारात्मक कदम उठाये हैं तो कई विभागों में सुधारवाद को बढ़ावा देने के लिए नियमों व मूल्यों को लागू करने के लिए कड़वी दवा भी पिलायी है।
गोरक्षनाथ पीठ के महान संत योगी आदित्यनाथ ने जब से प्रदेश के मुख्यमंत्री का पदभार संभाला है तब से प्रदेश के हर विभाग में नयी कार्यशैली को विकसित करने का हरसंभव प्रयास किया जा रहा है। कई विभागों में सरकार को बड़ी सफलता भी मिली है लेकिन कई जगह अभी भी बहुत काम करने की आवश्यकता है। जातिवाद, क्षेत्रवाद तथा मुस्लिम तुष्टीकरण पर आधारित पिछली सरकारों ने प्रदेश को किस कदर लूटा था अब उसका खुलासा भी हो रहा है। पिछली सरकारों के महापापों के कारण ही आज प्रदेश के हालातों को सुधारने के लिए प्रदेश सरकार के मुखिया को ऐड़ी चोटी का जोर लगाना पड़ रहा है। यह बात सही है कि प्रदेश के बिगड़े हुये हालातों में भी योगी सरकार ने बहुत काम किये हैं। प्रदेश में विकास का एक नया युग शुरू हुआ है । प्रदेश सरकार भ्रष्टाचार व अपराध जगत के खिलाफ जंग लड़ रही हे जिसका असर दिखायी भी पड़ रहा है।
प्रदेश की कानून व्यवस्था को लेकर अभी भी सवाल उठ रहे हैं। विपक्ष सरकार को घेरने का प्रयास भी कर रहा है लेकिन अभी तक वह घेरने में असफल ही रहा है। प्रदेश सरकार के अब तक के कार्यकाल में सोनभद्र के उम्भा गांव में जमीन विवाद को लेकर दस लोगों की दिन-दहाड़े हत्याकर दी गयी थी। इस शर्मनाक घटना को लेकर कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने अपना राजनैतिक कैरियर सुधारने का असफल प्रयास किया था। वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्वयं सोनभद्र जाकर जिस प्रकार से वहां के हालातों को संभाला और पूरे प्रकरण की जांच बिठायी और कार्रवाई शुरू करायी, उसके बाद विपक्ष स्वयं औधें मुंह आकर गिर गया है।
विरोधी दल व कुछ पुरानी थीम पर चल रहे मीडिया चैनल भले ही कानून व्यवस्था के नाम पर प्रदेश सरकार के खिलाफ अभियान चला रहे हों, लेकिन आज सच्चाई यह है कि कानून व्यवस्था में पहले से काफी सुधार हुआ है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बच्चे चोरी की अफवाहों की आड़ में प्रदेश को दंगे की आग में झोंकने की साजिशें रची गयीं, लेकिन कड़ी सतर्कता के चलते कोई बड़ी वारदात नहीं हो सकी तथा अफवाहों को फैलाने वाले लोगों पर रासुका भी लगाया जा रहा है। प्रदेश में सभी धर्मों के पर्व शांतिपूर्वक संपन्न हो रहे हैं। प्रदेश में यदि कोई बड़ी आपराधिक वारदात घटती है तो अब प्रदेश की पुलिस 48 घंटे के अंदर उन सभी घटनाओं का खुलासा भी कर रही है।
यह प्रदेश पुलिस प्रशासन की तत्परता का ही परिणाम है कि माब लिचिंग के नाम पर कोई सांप्रदायिक उन्माद नहीं पैदा किया जा सका। प्रदेश में बिजली के दाम बढ़े लेकिन कमजोर विपक्ष इस बात पर भी सरकार को घेरने में नाकाम हो गया है। विपक्ष की सबसे बड़ी मजबूरी यह है कि वह इतने घोर पाप कर गया है कि आज उसके पास वर्तमान सरकार को घेरने का कोई कारण व उपाय नहीं बचा है। समाजवादी पार्टी का बुरा हाल है। बाप, बेटे व चाचा में अभी भी नहीं पटरी बैठ रही है। अखिलेश यादव पर टोंटीचोर का लेबल लग गया है तो आजम खां मुकदमों के फेर में लगातार फंसते ही जा रहे हैं। कांगे्रस का संगठन गायब हो गया है।
योगी सरकार के पास अपनी उपलब्धियां बताने के लिए बहुत सी बातें हैं। योगी सरकार ने अपने ढाई साल के कार्यकाल में हिंदुत्व की राजनीति व विकास को पर्याप्त धार दी है। पर्यटन के माध्यम से हिंदुत्व के एजेंडे को नयी धार मिली है। योगी जी का सपना है अयोध्या, मथुरा व काशी सहित हिंदू देवी देवताओं के सभी प्रतिष्ठित स्थलों का तेजी से विकास हो तथा इसके लिए प्रदेश सरकार लगातार तत्पर भी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अयोध्या व मथुरा जाकर वहां के विकास को नयी धार देने के लिए कोई न कोई बहाना खोजा ही करते हैं। प्रदेश में सावन के महीने में पवित्र कांवड़ यात्रा पर कांवड़ियों पर हेलीकाप्टर से पुष्पवर्षा करके लाखों कांवड़ियों का दिल जीतने का अभिनव प्रयोग किया है। हिंदुओं के जिन धार्मिक स्थलोें को पिछली सरकारों में पूछा नहीं जाता था मुख्यमंत्री ने वहां-वहां जाकर विकास का एक नया मार्ग खोला है।
अयोध्या में भव्य दीपोत्सव व मथुरा में भव्य कृष्ण जन्माष्टमी व होली के पर्व पर रंगारांग आयोजनों से नये पर्यटकों को लुभाने का बहुूत ही सफल प्रयास किया जा रहा है। सीतापुर के पास नैमिषारण्य हो या मिर्जापुर का विंध्यवासिनी धाम या फिर बाराबंकी का महादेवा सभी जगह विकास के नये युग का सूत्रपात हो रहा है। योगी सरकार में हिंदू समाज को एक नयी स्फूर्ति मिली है तथा नयी उमंग दिखायी पड़ रही है। योगी सरकार के कार्यकाल में जिस प्रकार से सफलतापूर्वक दिव्य व भव्य कुंभ का आयोजन किया गया वह बहुत ही प्रशंसनीय है जिसे काफी समय तक याद रखा जायेगा। मुख्यमंत्री की पहल से ही प्रदेश के थानों में जो श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व मनाने की परम्परा समाप्त हो चुकी थी कि वह फिर से बहाल हो गयी है।
प्रदेश में विकास को एक नयी गति प्रदान करने के लिए प्रदेश की नवनियुक्त राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने प्रदेश के मंत्रियों को मंत्र देने के लिए राजभवन में पाठशाला लगायी और उसके बाद प्रदेश सरकार व यहां के मंत्रियों को समय का प्रबंधन व विकास को गति किस प्रकार से दी जा सकती है इसके लिए लखनऊ के आईआईएम में विशेष सत्रों का आयोजन कराया जा रहा है। अब यह तो आने वाला समय ही बतायेगा कि सरकार के मंत्रियों को आईआईएम में जो पढ़ाया गया है उसका प्रदेश की जनता को कितना लाभ मिलने वाला है। वैसे यह एक बहुत ही शानदार अभिनव प्रयोग है।
प्रदेश के सरकारी विभागों का रवैया बदलने के लिए भी सरकार लगातार कृतसंकल्प है और लगातार काम कर भी रही है। प्रदेश के शिक्षा विभाग में बहुत सारे क्रांतिकारी कदम उठाये गये हैं तथा शैक्षिक वातावरण में व्याप्त भयंकर भ्रष्टाचार को देर करने के लिए तकनीक का भी सहारा लिया जा रहा है। प्रदेश सरकार गौवंश संरक्षण के लिए भी कई कदम उठा रही है तथा सरकार का प्रयास है कि प्रदेश में एक श्वेत क्रांति आये। प्रदेश के मथुरा जिले से गोवंश संरक्षण का अभिनव प्रयोग शुरू किया गया है। गो संरक्षण के लिए गोसेवा आयोग को निर्देश हैं तथा गोशाला के लिए गो कल्याण उपकर भी लगाया गया है। प्रदेश सरकार ने गौवंश की सुरक्षा के लिए अवैध बूचड़खानों को बंद करवाने मेें सफलता प्राप्त की है। गौभक्त प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का मानना है कि प्रदेश में दुग्ध उत्पादन की पर्याप्त संभावना है जिसके लिए उन्होंने प्रदेश के राजस्व ग्रामों में दुग्ध समितियों के गठन पर बल दिया है। गौ तस्करों के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है।
प्रदेश सरकार स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी बहुत काम कर रही है। प्रदेश में 17 नये मेडिकल कालेजों पर काम चल रहा है। सरकारी प्रयासों के कारण ही पूर्वाचंल में दिमागी बुखार में काफी कमी आ गयी है। प्रदेश में आयुष्मान भारत योजना को लागू किया गया है तथा गरीबों को इसका लाभ मिले यह भी व्यवस्था की जा रही है। प्रदेश सरकार हर क्षेत्र में न्यू इंडिया के विचारों के अंतर्गत काफीे तेजी से काम कर रही है। मदरसों में चल रही अंधेरगर्दी व भ्रष्टाचार पर लगाम लगा दी गयी है। मदरसा छात्रों व शिक्षकों को मुख्यधारा में लाने के प्रयास लगातार किये जा रहे हैं।
प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व भारतीय जनता पार्टी के दावों को सही माना जाये तो आज योगी सरकार में प्रदेश कई विभागों में नंबर वन की पोजीशन पर पहुंच गया है तथा बहुत जल्द ही अन्य विभागों में भी नंबर वन हो जायेगा। गांव, किसान कल्याण, कर्जमाफी, पीएम किसान सम्मान निधि में सर्वाधिक भागीदारी, गन्न मूल्य का रिकार्ड भुगतान, गेहूं, धान, मक्का, दलहन, तिलहन की रिकार्ड खरीद सहित मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की रूस यात्रा आदि कई ऐसी महत्वपूर्ण बातें हैं जिनका जश्न प्रदेश सरकार व भारतीय जनता पार्टी अवश्य मनायेगी व प्रचार-प्रसार करेगी। लोकसभा चुनावों के दौरान लोगों का अनुमान था कि सपा और बसपा गठबंधन तथा कांग्रेस मिलकर भाजपा का बैंड बजा देंगे लेकिन प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी ने एक बार फिर कामयाबी का नया सफर पा लिया और अब जम्मू कश्मीर से धारा-370 हटने के बाद प्रदेश भाजपा एक बार फिर 13 विधानसभा सीटों का उपचुनावों का सामना करने जा रही है। इन चुनाव परिणामों से भाजपा व योगी जी की लोकप्रियता पर एक बार फिर मुहर लगेगी।
प्रदेश सरकार ने अभी हाल ही में पूर्व मुख्यमंत्री वी.पी. सिंह की सरकार के कार्यकाल का एक ऐसा अनोखा एक्ट समाप्त किया है जिसके कारण अभी तक प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व मंत्रीगणों का आयकर रिटर्न सरकार के खजाने से जाता था। सपा, बसपा और कांग्रेस के तत्कालीन मुख्यमंत्रियों ने इस एक्ट के बहाने खूब मलायी काटी और जनमानस के पैसे से खूब आनंद उठाया। योगी सरकार ने अब यह मलाई पूरी तरह से बंद कर दी है।
– मृत्युंजय दीक्षित