कविता

करवाचौथ

आज है करवाचौथ मेरे चन्द्र देव आप जल्दी आना,
निर्जल व्रत किया हैं आप कहीं देर ना लगाना ।
उत्तारू आरती आपकी अर पीया की,
कर दर्शन आपके, मुख देखूं मेरे पीया का।
दिनभर सजी-धजी, अब करूं देव इंतजार,
मैं हूं भूखी-प्यासी मैं दिनभर की बेकरार ।
छलनी से करूंगी साजन का दीदार,
तब शर्म लाल होंगे तब मेरे रुखसार ।
पिया से मिलन में देर मत लगाना,
ओ! चंद्र देव तुम जल्दी से आ जाना।
मेहंदी रचे हाथ मेरे खनके कंगना के साथ,
पूजा-पाठ का थाली और ले करवा हाथ ।
ऐ! चंद्र देव मांगूंगी तुमसे रहे सजना सदैव साथ
लंबी उम्र, आरोग्य का वर मेरे पिया को दे जाना
आज है करवाचौथ चन्द्र देव तुम जल्दी से आ जाना,
बहौत है इंतजार की घड़ियां आप देर ना लगाना ।
मेरा साज-श्रृंगार सब मेरे साजन रावत जी से है,
बिखरा जीवन में प्यार मेरे प्यारे साजन रावत जी से है।
प्यार स्नेह घर और परिवार सब साजन से है,
हे! चन्द्र देव सातों जन्म के साथ का वर दे जाना ।
आज है करवाचौथ चंद्र देवता आप जल्दी से आ जाना,
कहीं बादलों की ओट में छुपके आप देर न लगाना।
चन्द्र देवता! माना भूख से मैं न अकुलाऊंगी तब,
पर मेरे प्यारे पिया की बेचैनी मैं सह पाऊंगी कब ।
मेरे प्रिय पिया रावत जी पिलाए मुझे अधर सुधा जब,
चन्द्र देवता जी! आशीर्वाद देना यह दिन आए युगों- युग।
✍🏻 दिव्या रावत गर्ग उण्डू 

दिव्या रावत गर्ग

श्री हरि विष्णु कृपा भवन " ग्राम - श्री गर्गवास राजबेरा, पोस्ट - ऊण्डू, तहसील - शिव, जिला - बाड़मेर, राजस्थान ई-मेल - divyarawatgarg@gmail.com