इतिहास

विश्व हेरिटेज खूबसूरत जर्मन शहर बैंबर्ग

बैंबर्ग, जर्मनी का एक विश्व हेरिटेज शहर है, द्वितीय विश्वयुद्ध में मित्र राष्ट्रों द्वारा की गई भीषण बमबारी से संयोग से यह शहर बच गया…उसे जर्मन सरकार ने आधुनिक न बनाकर उसके मौलिक रूप में ही संरक्षित कर दिया है। अगर जर्मनी के किसी ऐतिहासिक शहर को उसके मूल रूप में देखना हो, तो हमें बैंबर्ग शहर को एक बार जरूर देखना चाहिए। इसीलिए इस शहर को विश्वधरोहर के रूप में यूनेस्को ने 1993 में मान्यता दे दिया है।
यह जर्मन साम्राज्य के बावेरिया राज्य में सात पहाड़ियों के मध्य स्थित दो नदियों क्रमशः रिगनिट नहर और इसी नाम की मुख्य नदी के संगम के बीच बसा यूरोप का एक खूबसूरत नगर है, इसकी नहर और नदी के बीच बसावट की विशेषता की वजह से इसे ‘छोटा वेनिस ‘के नाम से भी पुकारा जाता है। इसे मुख्य रूप से रोमन सम्राट हेनरी द्वितीय ने 11वीं शताब्दी में इसके प्रसिद्ध बैंबर्ग इंपीरियल कैथेड्रल की नींव रखकर इस शहर को बसाने की शुरूआत किया, यह कैथेड्रल सन् 1004 से लेकर सन् 1237 के लम्बे विस्तारित अवधि तक बनता रहा। इस शहर को इसके मूल रूप में संरक्षित करने का कार्य 11वीं सदी से 19 वीं सदी तक लगातार चलता रहा है।
यहाँ का पुराना टाउन हॉल { जर्मन में इसे एल्टीस रथौस कहते हैं }1386में बनाया गया। बैंबर्ग शहर अपने सैकड़ों तरह के बीयर निर्माण के लिए यूरोप भर में सबसे प्रसिद्ध है। यहाँ की सुप्रसिद्ध स्मोक बीयर बनाने वाली ब्रिवरी, जिसे सेलेंकेरला कहते हैं, बहुत प्रसिद्ध है, जो लकड़ी के बैरेल में अपने बीयर का भंडारण करती है।
यह प्राचीन वैश्विक धरोहर सम्भाले शहर अपनी प्राचीन विरासत को सम्भालने के साथ-साथ साफ सफाई, खानपान, फैशन और आधुनिकता में भी दुनिया के किसी आधुनिकतम् शहर से पीछे नहीं है।

— निर्मल कुमार शर्मा

*निर्मल कुमार शर्मा

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