कविता

बात उनसे नहीं करनी

बात उनसे नहीं करनी
पर बात उनकी ही करनी है
मिल जाते है कई लोग
पर राह उसकी ही तकनी है
साथ छोड़ना या छूट जाना
ये किस्मत की बात है
पर पल पल हर पल
याद उसको ही करनी है
वो कुछ बोले या कुछ सोचे
ये तो उनका है अंदाज़
मगर सारी गलतियां माफ़
उसकी ही करनी है
उनकी ख्वाइशें वो जाने
इससे मेरा राब्ता न सही
पर मुझे सारी ख्वाइशें
पूरी उसकी ही करनी है
बात उनसे नहीं करनी
पर बात सारी दुनिया से
उनकी ही करनी है

रवि प्रभात

पुणे में एक आईटी कम्पनी में तकनीकी प्रमुख. Visit my site