गीत/नवगीत

दिवाली दीपों का त्योहार

दिवाली दीपों का त्योहार

दिवाली दीपों का त्योहार,
आओ मिल-जुल करके मनाएं, खुशियां पाएं अपार-

1.दीप जलाएं प्रेम के हम-तुम
रिश्ते हों न कहीं ये गुमसुम
रिश्तों को ताजा करके हम खुशियां पाएं अपार-

2.दीप जलाएं ज्ञान के प्यारे
ज्ञान से चमकें मन के तारे
ज्ञान को बांटें जग में हम सब खुशियां पाएं अपार-

3.दीप जलाएं सृजन के सजीले
सृजन से सपने हों सपनीले
नया सृजन कर जग को सजाएं खुशियां पाएं अपार-

4.दीप जलाएं लगन के हम-तुम
दृढ़ निश्चय से जीवन हो रुम-झुम
इसी लगन से सज जाए जीवन खुशियां पाएं अपार-

5.दीप जलाएं प्रभु से प्रेम का
प्रभु से प्रेम का प्रेम के नेम का
प्रभु से प्रेम बढ़ा करके हम खुशियां पाएं अपार-

दिवाली दीपों का त्योहार,

दिवाली दीपों का त्योहार,

दिवाली दीपों का त्योहार.

*लीला तिवानी

लेखक/रचनाकार: लीला तिवानी। शिक्षा हिंदी में एम.ए., एम.एड.। कई वर्षों से हिंदी अध्यापन के पश्चात रिटायर्ड। दिल्ली राज्य स्तर पर तथा राष्ट्रीय स्तर पर दो शोधपत्र पुरस्कृत। हिंदी-सिंधी भाषा में पुस्तकें प्रकाशित। अनेक पत्र-पत्रिकाओं में नियमित रूप से रचनाएं प्रकाशित होती रहती हैं। लीला तिवानी 57, बैंक अपार्टमेंट्स, प्लॉट नं. 22, सैक्टर- 4 द्वारका, नई दिल्ली पिन कोड- 110078 मोबाइल- +91 98681 25244

One thought on “दिवाली दीपों का त्योहार

  • लीला तिवानी

    आज से दीपावली का पावन पर्व प्रारम्भ हो गया है. आज धनतेरस है. धनतेरस के दिन सोना, चांदी और बर्तनों को खरीदने का प्रावधान है. धनतेरस पर वृष लग्न में कुबेर और लक्ष्मी का पूजन श्रेयस्कर होगा. इस दिन विशेषकर भगवान धनवन्तरि की पूजा का प्रावधान भी है. भगवान धनवन्तरि को हिंदू धर्म में देव वैद्य का दर्जा प्राप्त है. आप सबको धनतेरस की हार्दिक शुभकामनाएं.

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