कविता

शुभ दीपावली

दीप जले दीपावली पर
मिटे दुष्ट और भ्रष्टाचार
ऐसी प्रकाश लाना तुम
कभी न आये जीवन में अंधकार।
जोत जगाना प्रेम की
फैले नेक विचार
समन्दर से भी गहरा हो
सम्बन्ध और शिष्टाचार।
दिल की गहराइयों में
बसी रहे सदा ही प्यार
आओ सब मिलकर मनाएँ
दीपावली का त्योहार।
— आशुतोष

आशुतोष झा

पटना बिहार M- 9852842667 (wtsap)