पुस्तक समीक्षा

पुस्तक समीक्षा – डस्ट बिन में पेड़ (बाल कहानियाँ)

मेरी एक बहन की बेटी मेरे कमरे में रखी इस पुस्तक के मुख पृष्ठ से प्रभावित होकर पुस्तक पढ़ने के लिए ले गई। कल उन बहन का फोन मिला कि उनकी बेटी को पुस्तक इतनी अधिक पसंद लगी कि वह अपने पास ही रखेगी। एक रचनाकार की पुस्तक को इससे बड़ा सम्मान एवं पुरस्कार नहीं मिल सकता है। कई मित्र शिकायत करते हैं कि बच्चे मोबाइल गेम एवं स्मार्ट फोन में उलझे रहते हैं। कई मित्रों को इस पुस्तक की जानकारी दी। एक बहन आज भाई दूज पर प्रात:काल शगुन का टीका करके बोली कि इस पुस्तक से उनकी बेटी में सकारात्मक परिवर्तन हुआ है।

जीवन के तूफान में भी आशा बहन की सशक्त कलम का दीपक प्रज्वलित है। भाई दूज पर एक भाई दिलीप अपनी बहन को उनकी इस पुस्तक पर यह समीक्षा उपहार स्वरूप भेंट कर रहा है। बच्चों को जन्मदिन एवं त्यौहार पर देने के लिए यह शिक्षाप्रद बाल कहानियों की यह पुस्तक एक अनमोल उपहार है। बच्चे इस पुस्तक को अवश्य ही पसंद करेंगे एवं कुछ समय के लिए स्मार्ट फोन एवं मोबाइल गेम को भूल जाएंगे। इस प्रकार की पुस्तकों की वर्तमान वातावरण में अत्यंत आवश्यकता है। आशा शर्मा की इस पुस्तक का बाल साहित्य जगत में स्वागत है। उनकी सशक्त लेखनी को नमन एवं सलाम। परमाणु वैज्ञानिक भाई एक प्रतिभाशाली साहित्यकार की पुस्तक का मूल्यांकन करने में समर्थ नहीं है। पर हम सभी आशा बहन की अगली पुस्तक की प्रतीक्षा करेंगे एवं विशेष रूप से वे सभी बच्चे जिनको उनके अभिभावक यह पुस्तक पढ़ने के लिए उपलब्ध कराएंगे। भाई दूज पर दिलीप भाई का आशा बहन को प्रणाम सहित साहित्य सृजन के लिए शुभकामनाएँ।

— दिलीप भाटिया

पुस्तक समीक्षा  — डस्ट बिन में पेड़  —– बाल कहानियाँ  —- रचनाकार  — आशा शर्मा

*दिलीप भाटिया

जन्म 26 दिसम्बर 1947 इंजीनियरिंग में डिप्लोमा और डिग्री, 38 वर्ष परमाणु ऊर्जा विभाग में सेवा, अवकाश प्राप्त वैज्ञानिक अधिकारी