राजनीति

शिवसेना अपने ही बुने जाल में फंसी

संत कबीर जी ने एक दोहे में बहुत सुंदर बात कही है :

मक्खी गुड में गडी रहेपंख रहे लिपटाये,

हाथ मले और सिर ढूंढे,लालच बुरी बलाये ।

अर्थ : इस दोहे में संत कबीर जी ने  लालच कितनी बुरी बाला है उसके विषय में समझाया है । वे कहते हैं मक्खी गुड खाने के लालच में झट से जा कर गुड में बैठ जाती है परन्तु उसे लालच मन के कारण  यह भी याद नहीं रहता की गुड में वह चिपक भी सकती है और बैठते ही वह चिपक जाती है और मर जाती है । उसी प्रकार लालच मनुष्य को या किसी पार्टी को  भी किस कदर बर्बाद कर सकती है यह  सोचना जरुरी है |न घर के रहते न घाट के रहते |

शिवसेना मुख्यमंत्री की कुर्सी पाने के लिए किस हद तक जा सकती है इसका प्रत्यक्ष उदहारण महाराष्ट्र की जनता  ने देखा है राजनीती हो या कोई भी अन्य विभाग योग्यता से अधिक की मांग  और अति हमेशा ही नुकसान ही पहुचाती है |

अन्य राज्यों की तुलना में महाराष्ट्र एक आदर्श था राजनीती के मामले में , किन्तु अब यह बड़े ही शर्मिंदगी का विषय बन गया है महाराष्ट्र की जनता के लिए | नेताओ ने अपने कुर्सी के लालच में जनता के वोटर्स की वो बेइज्जती की है जो आजतक नहीं हुई थी | दिनांक १२.११.२०१९ को शाम ७.३० से ही राष्ट्रपति शासन महाराष्ट्र में लग गया |शिवसेना राज्यपाल के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट तक पहुच गयी है |

महाभारत , रामायण और हजारों वर्षों का यही इतिहास रहा है की पुत्र मोह ने घर ही नहीं देश को भी बर्बाद किया है | यह विषय आज भी देश की राजनीती में देखने को मिलता है आदित्य ठाकरे को मुख्यमंत्री के पद पर देखने की लालच में अपने घोर विरोधी और विपरीत विचारधारा वाली पार्टी से भी हाथ मिलाने से नहीं चुकते  मानो सांप ने नेवले को गले लगा लिया हो  | पुत्र मोह के कारन आज भी युद्ध होते रहते है  महार्भारत में कितना भयानक युद्ध हुआ और उसके परिणाम क्या हुए सब जानते है |

एक कथा है की सांप से एक बड़ा मेंढक जंगल का राजा बनने के लिए दोस्ती कर लेता है और कहता है की आप कुछ भी करो बस मेरे को अपनी पीठ पर बैठकर राजा बनाकर घुमाते जाओ  और मेरे से दोस्ती करो मेरे रक्षक बनो |सांप कुछ दिन वैसा ही करता है और मेंढकों के रहने के इलाके और अन्य सारी चीजे जानकर  वो सांप धीरे धीरे जंगल के बाकि सारे मेंढकों को खा जाता है और एक दिन उसी मेंढक की बारी आती है और अन्त में सांप उसे भी खा जाता है  इस तरह मेंढक का पूरा परिवार ख़त्म हो जाता है और अन्त में उसका भी वही हश्र होता है |

— महेश गुप्ता 

महेश गुप्ता

नागपुर से हूँ. एक आईटी कंपनी में अकाउंटेंट के रूप में कार्यरत हूँ . मेरा मोबाइल नंबर / व्हाट्स अप्प नंबर ८६६८२३८२१० है. मेरा फेसबुक पेज https://www.facebook.com/mahesh.is.gupta