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महिलाओं से होते दुष्कर्म और जघन्य हत्याएं

रांची के कांके में एक 25 वर्षीय लॉ कॉलेज की छात्रा अपने मित्र के साथ रिंग रोड किनारे बैठकर बातचीत कर रही थी। इसी दौरान आस-पास के कुछ अज्ञात युवकों ने जबरन उसके मित्र को रोककर छात्रा को बगल के ईंट भट्टे में ले जाकर सामूहिक दुष्कर्म किया। कल झारखंड पुलिस ने इस जघन्य अपराध के जिम्मेदार 12 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। नाम भी जान लीजिए,धर्म का अंदाजा लगा लीजिये। इस गैंग रेप मे सुनील मुंडा, कुलदीप उरांव, सुनील उरांव, संदीप तिर्की, अजय मुंडा, राजन उरांव, नवीन उरांव, अमन उरांव, बसंत कच्छप, रवि उरांव, रोहित उरांव और ऋषि उरांव शामिल थे। जांच जारी है.

उसी दिन तमिलनाडु के कांचीपुरम में एक लड़की का गैंग रेप करके हत्या कर दी गयी। अभी आरोपियों के नाम और धर्म का पता नही चला है।

चंडीगढ़ में भी एक नाबालिग से रेप का मामला सामने आया है। ऑटो रिक्शा ड्राइवर लड़की को फुसलाकर अपने घर ले गया और रेप कर डाला। दोनो हिन्दू हैं।

हैदराबाद पुलिस ने महिला वेटनरी डॉक्टर का गैंग रेप करने और जला कर हत्या करने के आरोप में मुहम्मद पाशा, नवीन ,केशवुल्लू और शिवा को गिरफ्तार किया है। यह मामला निर्भय कांड जैसे लोगों को झकझोर गया है … हालाँकि इसमें भी कुछ लोग धर्म तलाश कर रहे हैं…

ये सब घटनाएं एक ही दिन की हैं। चलिए अपने अपने हिसाब से जाति धर्म देखकर निंदा कीजिये। शर्म आती है जो रेप और हत्याकांड जैसी दरिंदगी में भी हिन्दू मुस्लिम ढूंढकर अपनी दुकान सजाते हैं। ट्वीटर पर टॉप ट्रेंड करवाते हैं। ऐसे लोगों को पहचान लीजिये। इन्हें रेप पीड़िता से कोई सहानुभूति नही है बस किसी धर्म विशेष के खिलाफ जहर उगलने का बहाना चाहिए। इग्नोर कीजिये या फिर उनकी पोस्ट पर जाकर धिक्कार लिख आइए। 2014 के बाद बहुत लोग मानसिक बीमार हो चुके हैं। अफसोस !

नोट: माननीय सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार रेप विक्टिम की फोटो और नाम सार्वजनिक करना कानून के विरुद्ध है। फिर भी उस महिला डॉक्टर का नम और चेहरा सोशल मीडिया पर खूब दिखलाया जा रहा है. एक बार अपने दिल की आत्मा को झकझोर है और फिर सोचिए कि हम किस दौर में आ गए हैं।

दिल दहला देने वाली हैदराबाद की घटना पर ही विशेष ध्यान देते हैं.

हैदराबाद (Hyderabad) के सरकारी अस्‍पताल में वेटनरी महिला डॉक्‍टर के गैंगरेप और मर्डर केस (Hyderabad Gangrape And Murder) में कुछ चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं.  रिमांड रिपोर्ट में कहा गया है कि गैंगरेप और मर्डर से पहले महिला डॉक्‍टर को आरोपियों ने जबरन शराब पिलाई थी. इसके बाद पीड़िता को पेट्रोल और डीजल, दोनों की मदद से जला दिया था. पुलिस की रिमांड रिपोर्ट में कहा गया है कि ट्रक चालक और क्‍लीनर का काम करने वाले चारों आरोपियों मोहम्मद आरिफ, नवीन, चिंताकुंता केशावुलु और शिवा ने ही महिला डॉक्‍टर के दोपहिया वाहन का एक टायर जानबूझकर पंचर किया था. जिसे डॉक्‍टर ने टोल प्‍लाजा पर खड़ा किया था. इसके बाद वह टैक्‍सी से गई थीं. रिपोर्ट के मुताबिक जब तीन घंटे बाद वह वापस लौटीं तो उन्‍होंने देखा था कि उनकी स्‍कूटी पंचर है. इस दौरान चारों आरोपियों ने उनसे मदद करने की बात कही थी. चार में से तीन आरोपियों ने उन्‍हें झाड़ियों में धकेल दिया था और उनका मोबाइल स्विच ऑफ कर दिया था. चारों आरोपियों के बयान के आधार पर तैयार हुई इस रिपोर्ट में कहा गया है कि महिला डॉक्‍टर से रेप के पहले आरोपियों ने उन्‍हें जबरन शराब पिलाई थी. इस दौरान पीड़िता बेसुध हो गई थी और उसके ब्‍लीडिंग होने लगी थी. रेप के बाद आरोपियों ने उसकी हत्‍या की. उसके शव को एक कंबल में लपेटा और ट्रक पर रख दिया. चारों आरोपी महिला डॉक्‍टर के शव को ट्रक से लेकर चटनपल्‍ली तक गए. इसके बाद वहां एक ब्रिज के नीचे पीड़िता के शव को पेट्रोल छिड़क कर आग के हवाले कर दिया. रिपोर्ट में इस बात का भी खुलासा है कि आरोपियों ने शव को पेट्रोल और डीजल डालकर आग लगाई थी. रिपोर्ट में कहा गया है कि एक व्‍यक्ति ने पुलिस से इस बाबत संपर्क करके बताया था कि घटना के एक दिन पहले दो व्‍यक्ति उसके पास पेट्रोल खरीदने आए थे. लेकिन दोनों संदिग्‍ध लग रहे थे तो उसने पेट्रोल देने से मना कर दिया था. इसके बाद उन्‍होंने दूसरी जगह से पेट्रोल खरीदा था. चार में से एक आरोपी ने शव पर पेट्रोल छिड़का था, वहीं दूसरे आरोपी ने शव पर डीजल छिड़का था. उन्‍होंने डॉक्‍टर का सिम कार्ड भी जला दिया था.
इस घटना से आम लोगों में घोर नाराजगी है. हरेक शहरों में प्रदर्शन हो रहे हैं. पुलिस और प्रशासन जांच में लगा है. पर न्याय कब मिलेगा – किसी को नहीं मालूम?
लोगों के हाथों में तख्तियां हैं जिस पर लिखा था- नो मीडिया, नो पुलिस, नो आउटसाइडर्स, नो सिमपैथी, ओनली एक्शन, जस्टिस. ये लोग परिवारवालों के लिए सिर्फ और सिर्फ न्याय की मांग कर रहे हैं. यहां मीडिया की एंट्री पर भी रोक लगा दी गई है.
लोग इस बात से भी नाराज़ हैं कि वहां के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने अभी तक इतनी बड़ी घटना पर क्यों नहीं कुछ कहा है. कॉलोनी की एक महिला ने कहा, ‘पुलिस ने चार अपराधियों को पकड़ा है और उन्होंने अपना गुनाह भी कबूल कर लिया है. मंत्रियों को तुरंत न्याय दिलाना चाहिए.’ हालाँकि बाद में मुख्यमंत्री चंद्रशेखर राव ने अपराधियों को फ़ास्ट ट्रैक कोर्ट से सजा दिलवाने की बात कही है. यह फ़ास्ट ट्रैक कितने दिनों में काम करता है देखना है.
अब जबकि चारो आरोपी गिरफ्तार कर लिए गए हैं और उनसे लगातार पूछताछ जारी है.
अंत में एक कविता जो मैंने काफी पहले लिखी थी इसी तरह की घटनाओं से चिंतित होकर … चिंतन मनन और समाधान जरूरी है.

नारी शक्ति, जाग जाओ! एक आह्वान! बहनों और बेटियों के नाम!

घोर चिंता का विषय, दुष्कर्म बनता जा रहा!
बात गैरों की नहीं, अपनों का डर सता रहा!
भारत-इण्डिया, लक्ष्मण-रेखा, नारियों के ही लिए !
समाधान, इन्साफ हो, चिंता भी इसकी कीजिये!
अमन व कानून के, रक्षक ही अब भक्षक बने!
ट्रेन से फेंका युवती को, आप यूं चलते बने!
इस धरा की नारियां, अब शस्त्र लेकर हाथ में,
जुल्म की वे दें सजा, ‘रूपम’ बने खुद आपमें!
मोमबत्ती, भीड़ से अब हो नहीं सकता भला.
काट दो उस हाथ को, नारी नहीं है अबला!
“छीनता हो स्वत्व कोई, और तू त्याग तप से काम ले यह पाप है
पुण्य है विछिन्न कर देना उसे बढ़ रहा तेरी तरफ जो हाथ है”
दिनकर की ऐसी पक्तियां आज भी उपयुक्त है
शक्ति की देवी है तू, दे दंड गर तू भुक्त है
घर से बाहर तू निकल, शालीनता को साथ ले.
अनाचारी गर मिले, तो झट उसी का माथ ले.
काली, दुर्गा, लक्ष्मीबाई, सब तेरे ही रूप हैं
घर से बाहर आ निकल, ये जग नहीं कोई कूप है
लोक लज्जा क्या भला बस बेटियां सहती रहे.
और अपराधी दुराचारी सुवन घर में रहे!
हो नहीं सकता भला इस दानवी संसार में,
छोड़ ये मोमबत्तियां कटार लो अब हाथ में!
अम्ल की लो बोतलें, डालो रिपु के अंग पर!
पावडर मिर्ची की झोंको, नयन में उसे अंध कर!
आत्मरक्षा आप कर लो, रोकता अब कौन है?
कुछ नहीं बिगड़ेगा तेरा, क़ानून खुद मौन है!
कुछ नहीं बिगड़ेगा तेरा, क़ानून खुद मौन है!
– जवाहर लाल सिंह- जमशेदपुर

 

2 thoughts on “महिलाओं से होते दुष्कर्म और जघन्य हत्याएं

  • जवाहर लाल सिंह

    आलेख पढ़ने और सकारात्मक प्रतिक्रिया व्यक्त करने के लिए हार्दिक आभार आदरणीया लीला तिवानी जी!

  • लीला तिवानी

    प्रिय ब्लॉगर जवाहर लाल भाई जी, एक दिन की डायरी इतनी दर्दनाक! सचमुच दिल दहला देने वाली दुर्दनीय घटनाओं ने मानवता को शर्मसार कर दिया है. दोषियों को सरेआम कठोरतम दण्ड मिलना चाहिए, भले ही वे नाबालिग हों. अत्यंत समसामयिक, सटीक व सार्थक आवाज उठाती हुई रचना के लिए आभार.

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