गीत/नवगीत

कल तुम्हारी जीत होगी

हौंसलो को आजमाओ ,साथ साहस का न छोड़ो ।
लाख भय हो हारने का ,तय सफलता भी मिलेगी ।
मत मनोबल टूटने दो ,कल तुम्हारी जीत होगी ।
डाल कर बाहें गले में ,वो बनी मनमीत होगी ।
आसमां कदमों में होगा ,गर्व से धरती हिलेगी ।
लाख भय हो हारने का ,तय सफलता भी मिलेगी ।
हों अगर पक्के इरादे , हार का भय क्यों सताए ।
भर सतत विश्वास लो हृद ,तो विवशता टिक न पाए ।
ठोकरों से सीख लो गर ,हर मुसीबत फिर टलेगी ।
लाख भय हो हारने का ,तय सफलता भी मिलेगी ।।
— रीना गोयल 

रीना गोयल

माता पिता -- श्रीओम प्रकाश बंसल ,श्रीमति सरोज बंसल पति -- श्री प्रदीप गोयल .... सफल व्यवसायी जन्म स्थान - सहारनपुर .....यू.पी. शिक्षा- बी .ऐ. आई .टी .आई. कटिंग &टेलरिंग निवास स्थान यमुनानगर (हरियाणा) रुचि-- विविध पुस्तकें पढने में रुचि,संगीत सुनना,गुनगुनाना, गज़ल पढना एंव लिखना पति व परिवार से सन्तुष्ट सरल ह्रदय ...आत्म निर्भर