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साहित्य रत्न -2019 से सम्मानित हुये युवा साहित्यकार रुपेश कुमार

बिहार के सिवान जिले के सिसवन प्रखंड के चैनपुर के निवासी श्री भीष्म प्रसाद के सुपुत्र रुपेश कुमार को साल 2019 की साहित्य सेवा के लिए “साहित्य रत्न सम्मान” से सम्मानित किया गया! ये सम्मान अर्णव कलश एसोसिएशन, हरियाणा ने पूरे देश के 27 राज्यो  के 14  साहित्यकारो को दिया गया ! इससे पहले इन्हे “भारती ज्योती”, राजभाषा पीठ ,इलाहबाद , “भारती सागर” भारती साहित्य सागर संस्थान , अररिया , “कलम काव्य गौरव सम्मान” दिल्ली , “सृजन शिल्पी सम्मान” , शब्दांजलि प्रकाशन , सीतापुर, उतरप्रदेश, “साहित्य तुसार रत्न सम्मान” , शब्द सारथी सम्मान ,  इत्यादी भिभिंन राज्यो दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, प्रयागराज, मेरठ , इंदौर , जोधपुर , भोपाल , अररिया , लखनऊ , अलीगढ इत्यादी राज्यो के साहित्य संस्थान से चार दर्जनो से अधिक सम्मानो से सम्मानित किया जा चुका है ! इनकी 2018 मे प्रकाशित साहित्य वर्जिन प्रकाशन , दिल्ली से “मेरी कलम रो रही है” काव्य संग्रह काफी चर्चा मे रही! इनकी अभी अलीगढ़ से साँझा संग्रह “चांद के पार” प्रकाशित हुई है एव सीतापुर से “कविता के संगम पर” भी चर्चा मे रहा ! इनकी रचना हमेशा विभिन्न साहित्यिक पत्र पत्रिकाओ मे प्रकाशित होती रहती है ! ये वर्तमान मे भौतिकी विज्ञान के रिसर्च छात्र भी है साथ मे प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करते है! इनके साहित्यिक उपलब्धि पर बड़े भाई शिक्षक मुन्ना कुमार एव भारतीय रेलवे मे कार्यरत राजन कुमार, माता जी एव गावँ के सभी माता बहनो के साथ प्रखंड ही नही जिले मे उल्लास है!