गीत/नवगीत

नव वर्ष का आया नया विहान है

नव प्रात लिए, नव आस लिए,
नव वर्ष का नव सोपान है,
नव प्रीत लिए, नव भाव लिए,
पुरातन का अवसान है,
नव वर्ष का आया नया विहान है.

हैं गीत नए, संकल्प नए,
दिखते हैं अनेक विकल्प नए,
बस मन में दृढ़ता धार चलो,
फिर कायम आन, बान औ’ शान है,
नव वर्ष का आया नया विहान है.

चल पड़े जो चुनके सुहानी डगर,
उनका हो गया सुहाना सफर,
मिल जाएंगे राही अनेक नए,
चलने का करना विधान है,
नव वर्ष का आया नया विहान है.
-लखमीचंद तिवानी

*लीला तिवानी

लेखक/रचनाकार: लीला तिवानी। शिक्षा हिंदी में एम.ए., एम.एड.। कई वर्षों से हिंदी अध्यापन के पश्चात रिटायर्ड। दिल्ली राज्य स्तर पर तथा राष्ट्रीय स्तर पर दो शोधपत्र पुरस्कृत। हिंदी-सिंधी भाषा में पुस्तकें प्रकाशित। अनेक पत्र-पत्रिकाओं में नियमित रूप से रचनाएं प्रकाशित होती रहती हैं। लीला तिवानी 57, बैंक अपार्टमेंट्स, प्लॉट नं. 22, सैक्टर- 4 द्वारका, नई दिल्ली पिन कोड- 110078 मोबाइल- +91 98681 25244

One thought on “नव वर्ष का आया नया विहान है

  • लीला तिवानी

    गुज़रो न बस क़रीब से ख़याल की तरह
    आ जाओ ज़िंदगी में नए साल की तरह
    ~कविता किरण

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