गीत/नवगीत

राजनीति

मौन रहो विष पान करो,
मत राजनीति पर बात करो
जो होता है हो जाने दो,
भारत जलता है जलने दो
गूंगे बहरों की बस्ती है,
जयचन्दों की बनती हस्ती है।
यह अटल सत्य स्वीकार करो
भारत मत बदनाम करो
मौन रहो…….
रोहिंग्या को भारत आने दो,
सेना पर पत्थर पड़ने दो।
शरीयत फरमान सुनाना है
बाजारों को लूटा जाना है
कुटिल प्रहारों पर सन्धान करो
नए बाग न निर्माण करो।
मौन रहो…..
झूंठी कसमे खाते हैं खाने दो
महजब परस्ती होती है होने दो
भारत के टुकड़े-टुकड़े करने हैं
झूठी कसमे झूठे वादे करने है
हे आर्यपुत्र अब मत चूक करो
शत्रू का अब निश्चित संहार करो
मौन रहो….

*बाल भास्कर मिश्र

पता- बाल भाष्कर मिश्र "भारत" ग्राम व पोस्ट- कल्यानमल , जिला - हरदोई पिन- 241304 मो. 7860455047