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होली के रंगों में डूबी “काव्यांगन” की महफिल

मंडला–लोकप्रिय वॉट्सएप ग्रुप ‘काव्यांगन’ ने होली पर ऑनलाइन कवि-सम्मेलन का आयोजन किया। वरिष्ठ साहित्यकार जयप्रकाश पांडेय के मार्गदर्शन, डॉ. बृजेंद्र वैद्य के मुख्य आतिथ्य, देश की लोकप्रिय कवयित्री डॉ. अंजना सिंह सेंगर की अध्यक्षता और प्रो. शरद नारायण खरे के विशिष्ट आतिथ्य में मंच के चर्चित कवियों-कवयित्रियों ने काव्य-पाठ किया। कार्यक्रम का कुशल संचालन वरिष्ठ कवि प्रदीप सेनगुप्ता ने किया।प्रो.शरद नारायण खरे का ये दोहा बेहद सराहा गया–
“होली रंगों में रँगी,रँग लो तन-मन आज ।
सद्भावों के रंग में,डूबे सकल समाज ।।”

अतिथियों ने ऑनलाइन कवि-सम्मेलन के नवाचार की सराहना करते हुए कहा कि आज हर क्षेत्र में ऑनलाइन काम किया जा रहा है। ऐसे में साहित्य के प्रचार-प्रसार के लिए ऑनलाइन कवि-सम्मेलन करना सराहनीय कदम है। देश के कोने-कोने में रहने वाले रचनाकार एक ग्रुप से जुड़कर कविता-पाठ का आनंद ले सकते हैं। ऐसे प्रयोग होते रहने चाहिए।
सम्मेलन में आशा उमेश पांडेय, अम्बिकापुर, विनय विक्रम सिंह, दिल्ली, पूनम दुबे, अम्बिकापुर, दीपा शुक्ला, सतना, जयंती शुक्ला, सतना, जयश्री त्रिवेदी, शहडोल, डॉ. अंजना सिंह सेंगर, नोएडा, दीपशिखा सागर, छिंदवाड़ा, रंजना मिश्रा, कानपुर, अनिता मंदिलवार सपना, अम्बिकापुर, प्रो. शरद नारायण खरे, मण्डला, निर्मला सिंह परिहार, सतना, आशुतोष अग्निहोत्री, नोएडा, लक्ष्मी कालिंदिया, जबलपुर, उमा त्रिवेदी, दिल्ली, अशोक श्रीवास्तव, प्रयागराज, सुमन सोनी, भागलपुर, राजेश तिवारी, बांदा, प्रदीप सेनगुप्ता, रायपुर, सीएस अकेला, उचेहरा, रचना सिंह रश्मि, एटा ने होली पर काव्य-पाठ किया और वाहवाही लूटी। कार्यक्रम देर रात तक चलता रहा। अंत में आभार-प्रदर्शन मंच के एडमिन राजकुमार धर द्विवेदी ने किया !