कुण्डली/छंद

कुण्डलिया छंद : कोरोना

कोरोना से डर नहीं , भीड़ में नहीं काम ।
कोरोना से बच रहो , लेना प्रभु का नाम ।।
लेना प्रभु का नाम , करें कष्ट दूर सारे ।
घर के अंदर रहो , सभी बंद करो द्वारे ।।
छूना जो कुछ सुनो , तभी रगड़ हाथ धोना ।
मज़ाल जो अब छुए , लगे न कभी कोरोना ।।

सेवा का दिन आज है , सेवा का कर काज ।
मेवा मन भर ही मिले , पहनो सिर पर ताज ।।
पहनो सिर पर ताज , डरा सके न कोरोना ।
पालना नियम रोज़ , तभी सुन लो क्यों रोना ।।
सबको देना सीख , बचाएँगे प्रभु देवा ।
जितना संभव आज , करो अब मानव सेवा ।।

— रवि रश्मि ‘अनुभूति ‘