कविता

गरीब दिखा

पासपोर्ट ने,

फैलाई महामारी !
पर प्रकोप झेलता…
गरीब दिखा !!

लिए वेदना,
आँखों में धूमिल सपने !
पुन: पलायन करता…
गरीब दिखा !!

अपना हिस्सा भी,
बच्चों का खिला कर!
भविष्य की चिंता करता…
गरीब दिखा !!

भूख की ज्वाला,
भस्म करते-करते !
अकाल काल का ग्रास बनता…
गरीब दिखा !!

अंजु गुप्ता

*अंजु गुप्ता

Am Self Employed Soft Skill Trainer with more than 24 years of rich experience in Education field. Hindi is my passion & English is my profession. Qualification: B.Com, PGDMM, MBA, MA (English), B.Ed